नई दिल्ली (New Dehli)। कोरोना (corona)का नया उप-स्वरूप जेएन.1 ओमिक्रॉन (omicron)से तेज फैलता है पर यह डेल्टा से कम घातक (Fatal)है। एम्स के पलमनरी मेडिसन विभाग के प्रोफेसर डॉ. सौरभ मित्तल ने यह जानकारी दी है। डॉ. सौरभ मित्तल ने बताया, जेएन.1 जनवरी में भारत में आए कोरोना के ओमिक्रॉन स्वरूप से भी तेजी से फैलता है। कई देशों में यह ओमिक्रॉन से ज्यादा बीमार भी कर रहा है। हालांकि, यह भी पता चला है कि यह भारत में आई कोरोना की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार डेल्टा वेरिएंट से कम घातक है।
उनके मुताबिक, जेएन.1 पहले से टीका ले चुके लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। हालांकि, टीका वाले लोगों में अपेक्षाकृत लक्षण कम गंभीर होंगे।
डरने की जरूरत नहीं, सावधानी बरतें
एम्स के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल ने बताया, प्रकृति के नियम के हिसाब से जिंदा रहने के लिए वायरस समय-समय पर अपना रूप बदलता रहता है। ऐसे में लोगों को डरने की जरूरत नहीं है लेकिन इसे लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा, पहले से बीमार लोगों और बुजुर्गों को ध्यान अधिक रखना होगा। वहीं, बच्चों को हाथ साफ करने, मास्क लगाने का काम करना चाहिए। भीड़ वाले इलाकों में जाएं तो मास्क पहनें। उन्होंने कहा कि सर्विलांस बहुत जरूरी है। अगर किसी को लक्षण दिखाई दें तो वे भी मास्क लगाएं और दूसरों से उचित दूरी बनाकर रखें।
पहले से बीमार लोगों को खतरा
फ्रांस में हुए हालिया अध्ययन में भी यही बात सामने आई है। अध्ययन के मुताबिक, नया उप-स्वरूप ओमिक्रॉन से भी ज्यादा तेजी से फैलता है। यह कोरोना के प्रति पहले से मौजूद क्लास-1 एंटीबॉडी से बचकर लोगों में हल्के से मध्यम श्रेणी के लक्षण पैदा कर सकता है। हालांकि, पहले से बीमार गंभीर मरीजों को इससे ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है।
क्या हैं लक्षण?
– बुखार आना, शरीर में दर्द होना
– ऊपरी श्वसन तंत्र में संक्रमण
– गले में खरांस और खांसी आना
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