नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कश्मीर घाटी में पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन और संगलदान स्टेशन और बारामूला स्टेशन के बीच ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाई, इस कदम की राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हुई। नेशनल कान्फ्रेंस पार्टी के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने भी प्रधानमंत्री मोदी का जताया आभार और उनकी तारीफों के पुल बांधे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “…हमें इसकी जरूरत थी। यह हमारे पर्यटन और लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। यह एक बड़ा कदम है जो आज उठाया गया है। मैं इसके लिए रेल मंत्रालय और पीएम मोदी को बधाई देता हूं…”
अब्दुल्ला ने कहा कि “रेल को जोड़ने से सड़क सेवा के कारण होने वाली कई समस्याओं का समाधान हो जाता है, यह वस्तुओं और सेवाओं के परिवहन और आपूर्ति में भी मदद करता है। मुझे उम्मीद है कि यह सेवा हमारे लोगों के लिए प्रगति लाएगी। हमें उम्मीद थी कि यह सेवा 2007 में ही शुरू हो जाएगी लेकिन पहाड़ी इलाके के कारण कई कठिनाइयां थीं। अब यह सेवा शुरू होगी, इसकी खुशी है।”
आजाद ने लगाया था आरोप, अब्दुल्ला ने दिया था जवाब
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला को लेकर दावा किया था कि वे पीएम नरेंद्र मोदी के साथ सीक्रेट मीटिंग करते हैं। इस पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि, “जब मैं उनके ऐसे बयान सुनता हूं तो मुझे हैरानी होती है। उन्होंने कहा था कि अगर मुझे प्रधानमंत्री मोदी या अमित शाह से मिलना है तो मैं दिन में मिलूंगा, रात में क्यों मिलूंगा?”
फारूक अब्दुल्ला ने कहा था, ”मैं जरूर आजाद साहब की इज्जत करता हूं लेकिन मुझे हैरानी होती है। मैं किस डर से रात में मिलूंगा। अफसोस इस बात का है कि ये जोर-जोर से यह कह रहे हैं। क्या वजह है कि हर जगह फारूक अबदुल्ला को बदमान किया जा रहा है और घसीटा जा रहा है। उन्हें यह याद रखना चाहिए कि जब कोई नहीं चाहता था कि उन्हें राज्यसभा की सीट मिले तब वह मैं ही था जिसने उन्हें राज्यसभा की सीट दी थी।”
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