भोपाल। वर्तमान समय में किसान अपने खेतों में धान की कटाई में व्यस्त है, वहीं दूसरी ओर शासन स्तर पर धान उपार्जन की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। धान खरीदी की शुरुआत 28 नवम्बर से होगी लेकिन अब तक कितने केन्द्रों से खरीदी की जाएगी इसका खुलासा नहीं किया गया है। संबंधित अधिकारियों का कहना है कि एक-दो दिनों में खरीदी केन्द्रों का निर्धारण हो जाएगा। इस बार भी धान खरीदी की प्रक्रिया मे कोई ज्यादा फेरबदल नहीं किया गया है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए कितने केन्द्र बनाए जाएंगे यह अब तक तय नहीं हो सका है। खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन 28 नवम्बर से प्रारंभ होगा और 16 जनवरी 2023 तक खरीदी का कार्य किया जाएगा।
इस बार भी धान बेचने के लिए किसान अपना स्लॉट बुक करा सकते हैं ताकि खरीदी केन्द्रों में किसानों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। स्लॉट बुकिंग में किसान अपनी सुविधानुसार समय और केन्द्र में उपज बेचने के लिए स्लॉट बुक करा सकते हैं। स्लॉट बुकिंग की प्रक्रिया 21 नवम्बर से प्रारंभ हो रही है।
व्यापारी लाभ के अनुसार बढ़ाते और घटाते हैं दाम
इस बार धान खरीदी के लिए समर्थन मूल्य 2040 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। जानकारी अनुसार वर्तमान में धान के रेट करीब 1500 से 1600 रुपए प्रति क्विंटल चल रहे हैं लेकिन जैसे ही खरीदी शुरू होगी वैसे ही धान के रेट बढऩे की संभावना है। सूत्रों के अनुसार जब समर्थन मूल्य में खरीदी नहीं की जाती उस समय मजबूरी में किसान अपने जरूरी खर्च पूरे करने के लिए व्यापारियों को उपज बेचते हैं उस समय तो बाजार में उपज कम दाम में खरीदी जाती है और उसे मिल संचालकों को उंचे दाम में बेचा जाता है। मिल संचालक उसी धान से चावल बनाकर बाजार में बेचकर अच्छा लाभ कमाते हैं। वहीं मिल संचालकों द्वारा सरकारी धान की मिलिंग आने पर अच्छी धान का चावल सरकारी गोदामों में न पहुंचाकर बाहर से घटिया क्वालिटी का अनाज बुलाकर सरकारी अधिकारियों से सांठगांठ करके पहुंचा दिया जाता है।
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