चंडीगढ़ । पंजाब (Punjab) से किसानों के कई दल उन पांच राज्यों में जाकर भाजपा (BJP) के खिलाफ प्रचार करेंगे, जिन पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव (Assembly elections) हो रहे हैं। यह जानकारी किसान आंदोलन के संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बलबीर सिंह राजेवाल (Balbir Singh Rajewal) ने एक पत्रकार वार्ता में दी।
संयुक्त किसान मोर्चा (sanyukt kisaan morcha) के नेता राजेवाल ने बताया कि हालांकि किसान सभी पांच राज्यों में जा रहे हैं, परन्तु उनका अधिक जोर पश्चिमी बंगाल पर रहेगा। वहां के 294 विधानसभा क्षेत्रों में किसानों का एक -एक वाहन प्रचार करके लोगों से कहेगा कि भाजपा को वोट मत दें, अन्य किसी को भी वोट डाल दें। किसानों के दल आज ही कोलकाता व अन्य स्थानों पर रवाना हो रहे हैं।
किसान नेता राजेवाल ने कहा कि 26 मार्च को भारत बंद का आह्वान किया गया है। इससे पूर्व 15 मार्च को कर्मचारियों और व्यपारियों के साथ मिलकर निजीकरण का विरोध किया जायेगा और 19 मार्च को एफसीआई द्वारा मंडियां तोड़ने के विरोध में देशभर की मंडियां बंद रखी जाएंगी। उन्होंने कहा कि देश के खास आंदोलनों की शुरुआत पंजाब और पश्चिमी बंगाल से ही होती रही है। आजादी की लड़ाई में भी दोनों राज्य ही प्रमुख थे।
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को देश के प्रत्येक राज्य में ले जाया जायेगा जबकि अभी ये आंदोलन देश के 21 राज्यों में फैल चुका है। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल से उन्हें आमंत्रण आ रहे हैं। किसानों का एक -एक वाहन पश्चिम बंगाल के के विधानसभा में जाकर वहां की भाषा में भाजपा के विरुद्ध प्रचार करेगा लेकिन अन्य किसी पार्टी के लिए वोट नहीं मांगेगा। किसान प्रतिदिन विभिन्न स्थानों पर चार रैलियां करेंगे। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष हरदीप सिंह कादियान ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से अभी तक किसानों को बातचीत का निमंत्रण नहीं आया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved