चंडीगढ़। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हाड़ कंपा देने वाली ठंड में देश का अन्नदाता पिछले 31 दिनों से दिल्ली की सीमा पर मोर्चाबंदी करके बैठा हुआ है। मगर केंद्र सरकार कृषि कानूनों को रद्द करना तो दूर किसानों से बातचीत करने के लिए भी तैयार नहीं है। केंद्र सरकार किसानों को ‘थका दो और भगा दो’की नीति पर काम कर रही, जिसका मुंह तोड़ जवाब मिलेगा। कांग्रेस कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के साथ खड़ी है और तब तक खड़ी रहेगी जब तक सरकार इन कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करती है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि दिल्ली के दरवाजे पर न्याय की गुहार लगाते हुए 44 किसानों के सांसों की डोर टूट चुकी है। मगर अभी केंद्र सरकार किसानों की सुध लेन की बजाय पूंजीपतियों की वकालत कर रही है।
सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री के मन की बात पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि टीवी पर केंद्र सरकार के मंत्री सफाई देते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री किसानों के मन की बात नहीं सुन रहे हैं। केवल पूंजीपतियों के हितों को दोहरा रहे हैं और किसानों की समस्या के समाधान की अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने सम्मान निधि पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब किसानों को सड़कें खोद कर रोका जा रहा था और ठंड में किसानों पर आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया जा रहा है तब तक उन्हें किसानों के हित दिखाई नहीं दिए।
उन्होंने आंकड़ों के जरिये सम्मान निधि की बाजीगरी का भी खुलासा किया कि किस तरह से किसान सम्मान निधि के नाम पर किसानों को गुमराह किया जा रहा है। पिछले 6 सालों में खेती के लागत मूल्य में हुई वृद्धि से लेकर फसल मूल्य के वृद्धि के फर्क का भी खुलासा किया। सुरजेवाला ने कहा कि फसल बीमा योजना के जरिये भी प्राइवेट कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। (एजेंसी, हि.स.)
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