चंडीगढ़। पंजाब की राजनीति में अज्ञातवास काट रहे पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू बुधवार को कृषि अध्यादेशों का विरोध करते हुए किसानों के समर्थन में सड़क पर उतर आए। वह करीब दो साल बाद आज पहली बार सड़क पर दिखाई दिए। उन्होंने कहा है कि वह किसी पार्टी की तरफ से नहीं अपनी पगड़ी की लड़ाई के लिए आए हैं।
पंजाब में कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिद्धू न तो विधानसभा में आ रहे हैं और न ही सरकार के किसी कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। बुधवार की सुबह नवजोत सिंह सिद्धू ट्रैक्टर पर सवार होकर अमृतसर के भंडारी पुल पहुंचे और यहां से उन्होंने हाल गेट तक रोष मार्च किया। सिद्धू के हाथ में कृषि अध्यादेशों के पोस्टर थे। उनके समर्थकों ने भी कृषि अध्यादेश के पोस्टर पकड़े हुए थे। रोष मार्च में शामिल किसी भी नेता ने कांग्रेस की बात नहीं की।
नवजोत सिंह सिद्धू ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि किसान उनकी पगड़ी हैं और उनकी पगड़ी आज खतरे में है। वह किसी पार्टी की नहीं बल्कि सिर्फ किसानों की बात करने आए हैं। सिद्धू ने कहा कि वह किसानों की इस लड़ाई में पूरी तरह से उनके साथ हैं। किसान जहां भी कहेंंगे, वह उनकी मदद करने के लिए तैयार हैं। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved