नई दिल्ली । संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली के सभी बॉर्डरों पर आंदोनलरत किसानों द्वारा अनशन का फैसला लिया है। इस कड़ी में कुंडली, टिकरी, पलवल और गाजीपुर पर सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक किसान नेताओं द्वारा 1 दिन का अनशन किया जाएगा। साथ ही देशभर के जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा। वहीं, भारतीय किसान यूनियन (भानु) संगठन और सरदार वीएम सिंह को आंदोलन का हिस्सा नहीं बताया है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने चार प्रमुख मांगे रखी हैं। इसमें तीनों कृषि कानून को रद्द करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून बनाने, प्रस्तावित बिजली बिल को रद्द करने और पराली जलाने के मुद्दे पर किसानों का शोषण बंद करने की मांग की गई है। संगठन ने कहा है कि इसके अलावा किसान मोर्चा की कोई मांग नहीं है वहीं, अन्य किसी मांग से भी संगठन का कोई लेना देना नहीं है।
किसान नेताओं ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन (भानु) संगठन संयुक्त किसान मोर्चा का हिस्सा नहीं है। चिल्ला बॉर्डर से हटने का फैसला भानु संगठन का निजी फैसला है। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चे के आंदोलन का भानु संगठन से कोई लेना देना नहीं है। किसान मोर्चा का आंदोलन पहले की तरह चलता रहेगा।
किसान नेताओं ने सरदार वी एम सिंह द्वारा गत शनिवार को दिया गया बयान निजी बताया है। एआईकेएससीसी द्वारा मीटिंग कर वीएम सिंह को संयोजक के पद से हटा दिया गया है। किसानों ने कहा कि वीएम सिंह द्वारा दिए गए किसी भी बयान से किसान मोर्चा का लेना देना नहीं है।
वहीं, किसान नेताओं ने पलवल बॉर्डर पर धरने पर पहुंच रही मध्य प्रदेश के किसानों की गाड़ियों का चालान होडल में गैरकानूनी तरीके से किए जाने का भी आरोप लगाते हुए हरियाणा पुलिस की निंदा की है। किसान नेताओं ने कहा कि सुबह 8 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक प्रत्येक संगठन से एक किसान अनशन पर रहेगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved