भोपाल। इस बार खरीफ के मौसम के लिए ब्रीडर बीज तैयार करने की तैयारी है। कृषि विश्वविद्यालय ने गत वर्ष की तुलना में करीब 500 क्विंटल बीजों का अतिरिक्त उत्पादन इस बार किया है। विश्वविद्यालय ने इस बार 6500 क्विंटल ब्रीडर बीज तैयार किए हैं, जिसका वितरण शुरू किया जा रहा है। यह बीज क्वालिटी और उत्पादन के मामले में बेहतरीन बताए जाते हैं। जानकारों के अनुसार ब्रीडर बीज में धान की सर्वाधिक वैरायटी शामिल हैं। यह बीज कम समय 120 दिन में 50 क्विंटल तक अधिक उत्पादन देने के साथ मौसम से लडऩे में उपयुक्त हैं। इन बीजों में जेआर 206, जेआर 81, चिन्नोर, जेआरबी वन, पीएस 4, क्रांति, एमटीयू आदि शामिल हैं।
अन्य ब्रीडर बीज भी शामिल
खरीफ के साथ ही अन्य किस्मों के ब्रीडर बीज को भी तैयार किया गया है। अरहर, मक्का, कोदो के करीब 250 क्विंटल बीज तैयार किए गए हैं। इसमें करीब 100 क्विंटल अरहर के ब्रीडर बीज बताए जाते हैं। जानकारों के अनुसार विभिन्न स्थानों से इंडेट के रूप में मांग विश्वविद्यालय के पास पहुंची थी। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय की ओर से विभिन्न प्रक्षेत्रों में इन बीजों को तैयार किया गया।
बढ़ रही जागरुकता
ब्रीडर बीजों को लेकर भी अब जागरुकता बढ़ रही है। लोग भी इसे तरजीह दे रहे हैं। डायरेक्टर प्रक्षेत्र डॉ. दीप पहलवान कहते हैं कि विभिन्न कृषि प्रक्षेत्रों के माध्यम से इसका निर्माण किया गया है। भारत सरकार के अंतर्गत विभिन्न सरकारी संस्थाओं को बीज उत्पादन के लिए दिया जा रहा है। ब्रीडर बीजों को पूरी निगरानी के साथ तैयार किया जाता है। ये बीज प्रतिकूल मौसम सहने के साथ ही अधिक उत्पादन में भी सक्रिय भूमिका निभाते हैं। बाजार में बिकने वाले बीजों की तुलना में पूरी तरह सुरक्षित हैं।
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