गोरखपुर। आलू और सरसों की फसल से किसानों के खेत खाली हो चुके हैं। जिन किसानों को गन्ना की बुवाई नहीं करनी है, उन्हें दलहन की खेती करनी चाहिए। इस समय मूंग और उड़द (moong and urad ) की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। सूरजमुखी (sunflower) की खेती भी एक अच्छा विकल्प है। अगर दोहरा लाभ कमना चाहते हैं तो भी अच्छा समय है।
यह रखनी होगी सावधानी
कृषि वैज्ञानिक डॉ आदित्य प्रकाश द्विवेदी की मानें तो इसके लिए किसान को जल जमाव न होने वाले खेत का चयन करना होगा। पानी निकासी की व्यवस्था पर भी ध्यान देना होगा। जल्दी बुवाई कर किसान बरसात से बच सकते हैं। बारिस का मौसम शुरू होने से पहले ही फसल तैयार हो जाएगी।
ऐसे करें खेत की तैयारी
कृषि विज्ञान केंद्र बेलीपार के वैज्ञानिक डा. एसके तोमर बताते हैं कि सरसों या आलू की फसल से खाली हुए खेत की दो बार जुताई कर मिट्टी को भुरभुरी बना लें। इसके बाद ही मूंग, उड़द या सूरजमुखी के उन्नत बीज की बुआई करनी करें। हालांकि, इन फसलों की बोआई के लिए फरवरी के मध्य तक काफी उपयुक्त होता है। बावजूद इसके अभी समय है और किसान बरसात से पहले फसल काट सकते हैं।
यह रखें ध्यान
बुवाई में कतार का ध्यान रखें। अधिक और कम दूरी नुकसानदायक है। एक कतार में बुआई करने से सिंचाई में भी सुविधा होती है। कतार से कतार के बीच की दूरी 25 से 30 सेंटीमीटर तथा पौधे से पौधे से के बीच की दूसरी चार से पांच सेंटीमीटर रखें। प्रति हेक्टेयर में मूंगा और सूरजमुखी का 25 किग्रा तथा उड़द का 20 किग्रा बीज इस्तेमाल करें।
खाद व रसायन का प्रयोग इतना करें
मूंग, उड़द और सूरजमुखी की अच्छी पैदावार पाने के लिए किसानों को ज्यादा सावधान रहना होगा। तीनों फसलों की बुआई के समय 100 किग्रा प्रति हेक्टेयर बीएपी खाद का प्रयोग करें। खर-पतवार उगने से रोकने के लिए 3.3 लीटर पैडी मिथिलिन को 600 लीटर पानी में घोल कर बुआई से 48 घंटे के अंदर स्प्रे करें।
उन्नत श्रेणी के बीज का करें प्रयोग
कृषि वैज्ञानिक डा. आदित्य प्रकाश द्विवेदी बताते हैं कि मूंग, उड़द और सूरजमुखी की बुवाई करने वाले किसानों को उन्नत श्रेणी के बीजों का ही चयन करें। पैदावार अच्छी होगी और कई तरह के रोगों से भी फसलें सुरक्षित रहेंगी। किसानों को मूंग की अच्छी पैदावार के लिए आइपीएम 2-3, नरेंद्र मूंग-01, सम्राट और मेहा बीज का इस्तेमाल करना चाहिए। पंत उड़द 31, नरेंद्र उड़द-01, उड़द-01, पंत उड़द-19, पंत उड़द-35 और शेखर प्रजाति का बीज उड़द की खेती के लिए बेहतर है। सूरजमुखी की खेती करने वाले किसानों को सूर्या, माडर्न या फिर आवर्ड प्रजाति का बीज इस्तेमाल करना चाहिए। (एजेंसी, हि.स.)
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