नई दिल्ली। पंजाब-हरियाणा सीमा (Punjab-Haryana border) पर विरोध कर रहे किसानों ने केंद्र के तीन तरह की दालें, मक्का और कपास को पुराने एमएसपी पर खरीदने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। दिल्ली तक उनका मार्च आज भी जारी रहेगा। पुलिस (Police) और अर्धसैनिक बलों ने पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर पर कई किलेबंदी और राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने वाले अन्य चेकपॉइंट्स (checkpoints) के साथ किसानों के काफिले को रोकने लिए तैयारी की है। प्रशासन ने किसानों को रोकने के लिए कंक्रीट बैरियर, कांटेदार तार और बड़े शिपिंग कंटेनर लगाए हैं। किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने हाईवे पर सीमेंट की कीलें बी लगाई हैं। चार साल पहले की स्थिति के समान जब किसान महीनों तक दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर डेरा डाले रहे थे, पुलिस ने एहतियाती कदम उठाए हैं। दूसरी ओर किसान किसी भी नाकेबंदी का सामना करने के लिए तैयार हैं और अपने सीमित संसाधनों के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
पुलिस का मानना है कि हरियाणा पुलिस शंभू बॉर्डर पर ही प्रदर्शनकारियों को रोक कर रखेगी। वहां पहले से तगड़े सुरक्षा इंतजाम हैं। फिर भी कुछ प्रदर्शनकारी हिंसा के बल पर शंभू बॉर्डर को पार कर दिल्ली की तरफ बढ़ते हैं तो उन्हें यहां के बॉर्डर पर रोका जाएगा। सुरक्षा ऐजेंसी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि प्रदर्शनकारियों को किसी मैदान का सशर्त प्रस्ताव दिया जा सकता है, जहां धरना प्रदर्शन कर सकते हैं। यह खाली जगह दिल्ली हरियाणा बॉर्डर या अन्य मैदान हो सकता है। इसके लिए उच्च स्तरीय मंथन जारी है। वहीं, पुलिस को पल-पल की अपडेट दे रहे इंटेलिजेंस एजेंसी कर्मियों ने हरियाणा और दिल्ली पुलिस को अलर्ट किया है।
दिल्ली कूच करने की तैयारी में पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़ने के लिए बड़ी-बड़ी पोकलेन मशीनें भी पहुंच गई हैं। इस पोकलेन मशीन को आंसू गैस के गोलों और रबर बुलेट से बचाने के लिए पूरे केबिन को लोहे की मोटी मोटी शीट्स के साथ कवर किया गया है। इस पर आंसू गैस के गोलों का भी कोई असर नहीं होगा। ऐसी और भी मशीनें पहुंच रही हैं। इसके साथ-साथ ट्रैक्टर को मॉडिफाई भी किया गया है जो आगे बढ़कर बैरिकेडिंग को तोड़ेंगे। किसानों ने दिल्ली कूच के लिए सुबह 11 बजे तक का समय दिया है।
किसानों ने खुद को आंसू गैस के प्रभाव से बचाने के लिए अपने चेहरे को कपड़े की कई परतों से ढक लिया है। किसानों ने बोरियों को पानी में भिगोया है जिससे वे धुएं को बेअसर करने के लिए आंसू गैस के गोले पर फेंकने की योजना बना रहे हैं। वहीं अंबाला पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के इरादे से पोकलेन मशीनों का उपयोग करने के लिए अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं किसानों को दिल्ली जाने के रास्ते में नदी पार करने से रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने घग्गर नदी पर शंभू बैरियर पर राजमार्ग के दोनों ओर धातु की चादरें लगाई हैं।
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