नई दिल्ली । हरियाणा और पंजाब (Haryana and Punjab) को जोड़ने वाले शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) पर कई महीनों से किसानों (Farmers) का आंदोलन चल रहा है। इस आंदोलन के बीच एक और किसान की मौत हो गई है। अमृतसर के गांव कक्कड़ के किसान प्रगट सिंह प्रगट सिंह अचानक गिर गए। उन्हें अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हार्ट अटैक आने से किसान की मौत हुई है। उनकी दो बेटियां और एक बेटा है और वह दो एकड़ भूमि के मालिक थे। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने मृतक किसान के परिवार को 500000 रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। अब तक खनौरी और शंभू बॉर्डर पर आंदोलन के दौरान कई किसानों की मौत हो चुकी है।
वहीं, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन आज 66वें दिन में प्रवेश कर गया है। भूख हड़ताल के कारण डल्लेवाल का शरीर कमजोर हो गया है। इसके कारण उन्हें बुखार आ गया है, वह जरा सी भी हरकत बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। कल डल्लेवाल श्री अखंड पाठ साहिब के भोग में शामिल हुए थे। उन्हें स्ट्रक्चर पर गुरु ग्रंथ साहिब की हजूरी में पंडाल में लाया गया, लेकिन तबीयत ठीक न होने से उन्हें वापस ट्रॉली में ले जाया गया। सरकार की ओऱ से कई बार बातचीत की पहल की गई है, लेकिन डल्लेवाल का अनशन खत्म करने को लेकर सहमति नहीं बन सकी है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित समिति ने भी डल्लेवाल से टेंट में जाकर मुलाकात की थी, लेकिन वह अनश तोड़ने पर राजी नहीं हुए थे।
महापंचायतों को सफल बनाने के लिए रणनीति में जुटे किसान नेता
किसान नेताओं का पूरा फोकस महा पंचायतों पर है।डल्लेवाल ने खनौरी बॉर्डर पर 12 फरवरी को होने वाली महापंचायत में देशभर के किसानों को पहुंचने की अपील भी की है। कल फिर हजारों की संख्या में किसान 120 से अधिक ट्रैक्टर-ट्रालियों के काफिले के साथ शंभू बॉर्डर पहुंचे। यह काफिला किसान नेता सरवन सिंह पंढेर के नेतृत्व में अमृतसर से रवाना हुआ था। किसान ट्रैक्टरों में भारी मात्रा में राशन, सब्जियां और अन्य आवश्यक सामग्री भी साथ लाए हैं। 11 फरवरी से 13 फरवरी तक होने वाली तीन किसान महापंचायतों को सफल बनाने के लिए किसान नेता पूरी रणनीति में जुटे हैं।14 फरवरी को केंद्र सरकार और किसानों के बीच चंडीगढ़ में बैठक होगी।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved