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    देश का पेट भरने वाले अन्नदाता की सुनी नहीं जा रही है आवाज : सुखबीर सिंह बादल

  • December 17, 2020

    चंडीगढ़ । शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष एवं पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि देश का पेट भरने वाले अन्नदाता की आवाज सुनी नहीं जा रही है। पिछले 20 दिनों से अन्नदाता दिल्ली की सीमा में डटा हुआ है, लेकिन केंद्र सरकार किसानों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। इस बीच 30 से ज्यादा किसान अपनी जान गंवा चुके हैं।

    वे गुरुवार को करनाल जिले के निसिंग कस्बे के गांव सिंगरा स्थित गुरुद्वारा नानकसर में किसान बाबा राम सिंह को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। उनके साथ अभी हाल ही में केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने वाली शिअद की हरसिमरत कौर बादल भी गुरुद्वारा परिसर में पहुंचकर बाबा राम सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किए। नए कृषि कानूनाें के विरोध में आंदोलनरत किसान बाबा राम सिंह ने बुधवार को सिंघु बॉर्डर के समीप अपनी जान गंवा दी थी।

    शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि हर गरीब की भूख मिटाने वाले अन्नदाता की बेकद्री की जा रही है। सरकार जनता की मां-बाप के रूप में होती है, लेकिन केंद्र सरकार को जनता की कोई परवाह नहीं है। पिछले 20 दिनों में 30 से ज्यादा किसान अपनी जान गंवा चुके हैं, मगर केंद्र सरकार कृषि कानूनों को रद्द नहीं करने पर अड़ी हुई है।

    उन्होंने कहा कि बाबा राम सिंह पिछले 20 दिनों से सिंघु बार्डर पर पहुंचकर किसानों की सेवा कर रहे थे और वे किसानों के मुद्दे को लेकर काफी गंभीर थे। किसानों की मांगों को लेकर जो बलिदान बाबा राम सिंह ने दिया है, वह जाया नहीं जाएगा। वे करीब एक घंटे तक गुरुद्वारा परिसर में रहे और बाबा राम सिंह को नमन करने पहुंचे लोगों से बातचीत भी की।

    शुक्रवार को होगा बाबा राम सिंह का अंतिम संस्कार
    गुरुवार को बाबा राम सिंह के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनों के लिए गांव सिंगरा के नानकसर गुरुद्वारा में रखा गया। गुरुद्वारे में पार्थिव शरीर पहुंचने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण एकत्रित हो गए। विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग बाबा राम सिंह को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। संत अमरजीत सिंह ने बताया कि बाबा राम सिंह का अंतिम संस्कार शुक्रवार 18 दिसम्बर को किया जाएगा।

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