अमृतसर-पटियाला । किसान संगठनों (Farmer Organizations) ने आज पंजाब के विभिन्न हिस्सों में (In different parts of Punjab Today) तीन घंटे का रेल रोको आंदोलन किया (Conducted Three-hour Rail Roko Agitation) । यह प्रदर्शन केंद्र सरकार की नीतियों और हरियाणा प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ आयोजित किया गया।
किसान नेता गुरु ध्यान सिंह ने कहा, “पिछले 11 महीनों से हम अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 6 दिसंबर को दिल्ली कूच के दौरान हरियाणा प्रशासन ने हमारे साथ अमानवीय व्यवहार किया। हम पर जहरीला स्प्रे और आंसू गैस के गोले दागे गए, जिससे कई किसान गंभीर रूप से घायल हुए।” उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, “दिल्ली देश की राजधानी है, लेकिन यह किसानों की राजधानी नहीं लगती। आज के प्रदर्शन का मकसद देशभर की जनता को यह बताना है कि भाजपा सरकार किसानों पर किस तरह अन्याय कर रही है।”
किसान संगठनों का कहना है कि उनका संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं। रेल रोको आंदोलन से कई यात्री ट्रेनों पर असर पड़ा, लेकिन किसान अपने संदेश को राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने के लिए दृढ़ हैं। यह आंदोलन केंद्र सरकार और किसानों के बीच लंबे समय से चल रहे गतिरोध को और अधिक उग्र रूप देने का संकेत देता है। मीडिया से बात करते हुए किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि 12 से 3 बजे तक रेल रोको आंदोलन किया गया । विरोध प्रदर्शन अमृतसर सहित विभिन्न स्थानों पर किया गया।
उन्होंने कहा कि कल जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह खनौरी बॉर्डर पहुंचे और उनके साथ कई पंजाबी गायक और कई महान हस्तियां पहुंची। सिंह ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य की जानकारी ली। आज इस जन आंदोलन में लाखों किसान, मजदूर, युवा शामिल हों। हमें उम्मीद है कि यह मोर्चा जीत की ओर बढ़ेगा। ये रेल रोको आंदोलन बाकी सभी रेल रोको आंदोलनों से बड़ा होगा।
वहीं मंजीत सिंह धनेर ने कहा कि हमें अन्य लोगों के सहयोग से कार्यक्रम आयोजित करने के संदेश मिले हैं। हम सभी पंजाबियों से अनुरोध करते हैं कि जहां भी रेल के फाटक है, वहां ज्यादा से ज्यादा लोग पहुंच कर रेल का चक्का जाम करें। खनौरी बॉर्डर पर माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल अनशन तोड़ने को तैयार नहीं हैं।
बीते 15 दिसंबर को पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने केंद्रीय गृह मंत्रालय में निदेशक मयंक मिश्रा के साथ अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात कर उनसे बातचीत की थी। डल्लेवाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीजीपी गौरव यादव ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार हम अनशनकारी नेता को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने आए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि डल्लेवाल बहुत महत्वपूर्ण किसान नेता और वरिष्ठ नागरिक हैं। ऐसे में सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें चिकित्सा सुविधा मिले, क्योंकि खेती-किसानी के मुद्दों के लिए जीवन बहुत महत्वपूर्ण है। डीजीपी ने यह भी कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार के साथ चैनल खोले हैं और प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बातचीत फिर से शुरू करने को लेकर बातचीत की जा रही है।
रेल रोको आंदोलन से दिल्ली-जम्मू, दिल्ली-अमृतसर, दिल्ली-जालंधर और दिल्ली-फिरोजपुर जैसी महत्वपूर्ण रेलवे लाइनों पर रेल सेवाएं प्रभावित हो सकती है। जिससे यात्रियों को असुविधा हो सकती है। भारतीय रेलवे के मुताबिक हालात के मुताबिक ट्रेनों का रूट बदला जा सकता है।
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