नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर के यूपी बॉर्डर पर पिछले 6 महीने से चल रहे कृषि कानून विरोधी आंदोलन(Agriculture law anti movement) की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait, National Spokesperson of Bharatiya Kisan Union) को मोबाइल फोन पर फिर से जान से मारने की धमकी (Threats to kill) मिली है। भारतीय किसान यूनियन संगठन के कार्यकर्ता प्रज्जवल त्यागी उर्फ मन्नू त्यागी ने कौशांबी थाने में शिकायत दी है।
प्रज्जव त्यागी ने बताया कि चार अप्रैल से 26 मई तक एक मोबाइल नंबर से राकेश टिकैत को वाट्सएप पर संदेश आए हैं। उसमें उन्हें गालियां दी गई हैं। मारने की धमकी मिली है। उन्होंने बृहस्पतिवार की रात करीब 11 बजे कौशांबी थाने में इसकी शिकायत दी। चैट का प्रिंट आउट पुलिस को सौंपा। पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय गाजियाबाद ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। सर्विलांस और साइबर सेल की टीम भी लगाई गई है। यूपी गेट पर 28 नवंबर से धरना शुरू हुआ है। राकेश टिकैत को सबसे पहले दिसंबर में फोन पर धमकी मिली थी। पुलिस ने आरोपित मानव मिश्रा को बिहार के भागलपुर से दबोच लिया था। दूसरी बार उन्हें अप्रैल में फिरोजाबाद के एक युवक ने धमकी दी। वह भी पकड़ा गया। तीसरी बार सप्ताह भर पहले धमकी मिली। पुलिस उसकी जांच कर रही है। अब फिर से धमकी मिली है। कुल मिलाकर उन्हें चौथी बार धमकी मिल चुकी है। इनमें से दो बार उन्हें वाट्सएप संदेश भेज कर धमकी दी गई है।