मशहूर गायक और संगीतकार बप्पी लाहिड़ी (Famous singer and composer Bappi Lahiri) (69) का निधन हो गया। लोगों को डिस्को म्यूजिक (disco music) के लिए दीवाना बनाने वाले बप्पी लाहिड़ी ने मंगलवार रात 11 बजे जुहू स्थित क्रिटी केयर अस्पताल में आखिरी सांस ली । वह अपनी आवाज के अलावा भारी भरकम सोने के गहने पहनने के कारण अलग पहचान रखते थे। बप्पी दा के निधन से फिल्म जगत में शोक की लहर है। क्रिटी केयर अस्पताल की घोषणा का इंतजार किया जा रहा है।
आपको बता दें कि वह पिछले वर्ष कोरोना संक्रमित हुए थे। तब उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह कोरोना को मात देकर घर लौट आए थे। मगर कुछ दिन पहले कोरोना ने उन्हें फिर गिरफ्त में ले लिया। उनका इलाज क्रिटी केयर अस्पताल में हो रहा था।
जिस उम्र में बच्चे बोलना और चलना सीखते हैं, उस उम्र में बप्पी लहरी (Bappi Lahiri) दाने वाद्ययंत्रों पर हाथ साफ करना शुरू कर दिया था. कहते हैं कि बप्पी ने मात्र 3 साल की उम्र में तबला बजाना शुरू कर दिया था. 17 साल की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते उन्होंने अपने करियर की दिशा तय कर ली थी।
बप्पी दा ने 1980 से 2000 तक अपने संगीत से लोगों को मंत्रमुग्ध किया। उन्होंने किशोर कुमार, लता मंगेशकर, आशा भोसले, ऊषा उथुप, सुरेश वाडकर, सुदेश भोसले आदि गायकों और संगीतकारों के साथ काम किया।
देश में डिस्को म्यूजिक से युवाओं को दीवाना बनाने वाले बप्पी दा अपने हाथों और अंगुलियों में भी सोने की अंगूठी और कड़े पहनते थे। बप्पी लाहिड़ी अमेरिकन रॉक स्टार एल्विस प्रेसली के बड़े फैन थे। एल्विस अपनी परफॉर्मेंस के दौरान हमेशा सोने की चेन पहना करते थे। एल्विस को देखकर बप्पी दा ने भी सोचा कि जब वो कामयाब होंगे तो अपनी अलग पहचान बनाएंगे। और कामयाब होकर बप्पी दा ने सोना पहना। सोने की इसी दीवानगी से उन्हें इंडिया का गोल्ड मैन तक कहा गया।
बर्मन दा के गानों के थे मुरीद
बप्पी दा को यूं तो घर में भी संगीत की शिक्षा मिली लेकिन प्रसिद्ध संगीतकार, गायक एस डी बर्मन की वजह से इंडस्ट्री में आए. बप्पी को बर्मन दा के गाने बहुत पसंद आते थे, इसलिए उन्हें खूब सुना और नियम से रियाज किया करते थे।
बप्पी दा के रॉक और डिस्को म्यूजिक पर आज भी लोग थिरकने को मजबूर हो जाते हैं। वह फिल्म इंडस्ट्री में दो तरह का म्यूजिक कंपोज करने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर में कई हिट सॉन्ग गाए। साथ ही कई रिएलिटी शो में बतौर जज शामिल हुए। बप्पी दा ने सत्तर के दशक में सिल्वर स्क्रीन पर उभरे और अस्सी के दशक तक छाए रहे।
2014 में बप्पी लाहिड़ी के पास 754 ग्राम सोना, 4.62 किलोग्राम चांदी और 4 लाख रुपए के हीरे थे। हालांकि अब उनकी इस संपत्ति में बदलाव हो गया होगा। बप्पी दा की ही तरह उनकी पत्नी चित्रानी लाहिड़ी भी सोने और हीरों की शौकीन हैं।
उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती के करियर को लॉन्च किया। बप्पी दा का बचपन से ही म्यूजिक की तरफ रुझान रहा। उन्होंने बचपन में तबला बजाना सीखा। बप्पी दा के गाए गीत- बंबई से आया मेरा दोस्त…, आई एम ए डिस्को डांसर…, जूबी-जूबी…, याद आ रहा है तेरा प्यार…, यार बिना चैन कहां रे…, तम्मा तम्मा लोगे… हमेशा लोगों की जुबां पर रहेंगे।
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