लखनऊ। मशहूर शायर मुनव्वर राणा (Famous poet Munawwar Rana) के निधन की खबर आ रही है। मिली जानकारी के अनुसार मुनव्वर राणा की तबीयत लंबे समय से खराब थी और वे लखनई के पीजीआई अस्पताल में भर्ती थे। आपको बता दें कि मुनव्वर राणा की उम्र 71 साल थी और वे कई गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। मुनव्वर राणा उस समय सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने एलान किया था कि दूसरी बार अगर सूबे की कमान योगी आदित्यनाथ संभालते हैं तो वे यूपी छोड़ देंगे। हालांकि उन्होंने यूपी नहीं छोड़ा और आखिरी सांस राजधानी लखनऊ में ही ली।
जानकारी के मुताबिक, मुनव्वर राणा को क्रोनिक किडनी बीमारी की समस्या थी और हफ्ते में तीन बार उन्हें डायलसिस से गुजरना पड़ता था. पिछले दिनों उन्हें निमोनिया भी हुआ था.मुनव्वर राणा को साहित्य अकादमी पुरस्कार और माटी रतन सम्मान से सम्मानित किया गया था।
2017 में लंग्स और गले में हुआ था इन्फेक्शन मुनव्वर राणा कई सालों से डायलिसिस किया जा रहा है। साल 2017 में भी सीने में दर्द की शिकायत हुई थी। लंग्स और गले में भी इन्फेक्शन था। इसके बाद इन्हें लखनऊ के SGPGI में भर्ती कराया गया था। उनके दोनों घुटने का भी ऑपरेशन हुआ है। किडनी की समस्याओं के चलते दिल्ली में भी उनका इलाज चल रहा था।
लौटा दिया था साहित्य अकादमी पुरस्कार
मुनव्वर को साल 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया था। हालांकि, साल 2015 में असहिष्णुता बढ़ने के नाम पर अवॉर्ड वापस कर दिया था। वहीं, किसानों के आंदोलन के दौरान उन्होंने कहा था कि संसद भवन को गिराकर वहां खेत बना देना चाहिए। साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में मुनव्वर राणा का नाम वोटर लिस्ट से गायब हो गया था। इसके चलते वह वोट नहीं डाल पाए थे। राणा ने कहा था कि मेरा वोटर लिस्ट में नाम नहीं है। इसलिए मैं वोट डालने नहीं जा पाऊंगा। राना लखनऊ के कैंट विधानसभा के वोटर थे।
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