नई दिल्ली । दिल्ली (Delhi) में यूक्रेन दूतावास (Ukraine Embassy) के बाहर यूक्रेन में फंसे (Trapped) भारतीय छात्रों के परिजन (Families of Indian Students) पहुंचे और बच्चों को वापस बुलाने की गुहार लगाई (Pleaded to Bring back the Children) । दूतावास के बाहर कई मां और बहनें रोती, बिलखती दरवाजे पर खड़ी रहीं और लगातार दूतावास के अधिकारियों से मदद मांगती नजर आईं। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के बीच भारतीय छात्र वापस भारत लौटने का इंतजार कर रहे हैं।
नेहा अपने भाई के लिए दूतावास पहुंची हुई हैं। उन्होंने बताया कि, पिछले साल ही मेरा भाई एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गया था, लेकिन बीते दो दिनों से हमारी बात नहीं हुई तो हम सब घबरा गए हैं। दूतावास के लगातार चक्कर लगा रहे हैं, मेरे भाई ने कल रात ही बताया कि लाइट, पैसा, कुछ नहीं है। वह डरा हुआ है और चाहता है कि जल्द से जल्द भारत बुलाया जाए। मेरे भाई के अलावा कई अन्य उसके दोस्त भी फंसे हुए हैं।
दूतावास आये तो हमें बोल दिया गया है कि आप मंत्रालय जाइए। मेरी सरकार से गुजारिश है कि सभी बच्चों को यूक्रेन से निकाला जाए।दूतावास के बाहर छात्रों के परिजन अधिकारियों से मिलने की जिद पर अड़े रहे, साथ ही परिजनों ने माता-पिता को चेतावनी भी दी कि हम यहां से नहीं उठेंगे, हालांकि कुछ वक्त बाद दूतावास के अधिकारियों ने परिजनों को अंदर बुलाकर उनसे बात की।
दूतावास के बाहर ही एक पिता ने यूक्रेन में फंसे अपने बच्चे से वीडियो कॉल पर बात की और बात करते करते आंखों से आंसू निकल आए, कुछ देर बाद बच्चे ने पिता से संयम बनाये रखने की बात कही और खुद को सुरक्षित जगह रहने का दावा किया।इसके अलावा भारतीय छात्रों के माता पिता रूसी दूतावास के बाहर भी जाने का इरादा बना रहे हैं, उनके मुताबिक, शाम को हम रूसी दूतावास से भी मदद मांगेंगे।
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