नई दिल्ली (New Delhi)। फाल्गुन माह (Falgun Maas) हिंदू कैलेंड का 12वां महीना होता है. इस महीने भगवान शिव, श्री कृष्ण और चंद्र देव की उपासना का विशेष महत्व बताया गया है. इस साल फाल्गुन मास सोमवार, 06 फरवरी आज से प्रारंभ हो रहा है और इसका समापन मंगलवार, 07 मार्च को होगा. महाशिवरात्रि, होली और फुलैरा जैसे कई प्रमुख त्योहार इस पवित्र महीने में आते हैं. फाल्गुन माह के कुछ खास नियम भी बताए गए हैं. आइए आपको फाल्गुन के विशेष नियम और इसमें पड़ने वाले त्योहारों की जानकारी देते हैं.
फाल्गुन में क्या करें क्या न करें (Falgun maas niyam)
1. इस महीने में प्रयास करके शीतल या सामान्य जल से स्नान करें.
2. अनाज का प्रयोग कम से कम करें. ज्यादा से ज्यादा फल खाएं
3. ज्यादा रंगीन और सुंदर वस्त्र धारण करें. सुगंध का प्रयोग करें.
4. भगवान श्री कृष्ण की नियमित उपासना करें. पूजा में फूलों का खूब प्रयोग करें.
5. मांस-मछली या नशीली चीजों का सेवन बिल्कुल न करें. वाणी पर संयम रखें और क्रोध बिल्कुल न करें.
फाल्गुल माह के व्रत-त्योहार (Falgun maas vrat tyohar)
9 फरवरी- संकष्टी चतुर्थी व्रत, कृष्ण पक्ष की चतुर्थी
12 फरवरी- यशोदा जयंती
13 फरवरी- शबरी जयंती
14 फरवरी- जानकी जयंती
16 फरवरी- विजया एकादशी
18 फरवरी- महाशिवरात्रि, वैद्यनाथ जयंती, शनि प्रदोष व्रत
19 फरवरी- पंचक प्रारंभ
20 फरवरी- फाल्गुन अमावस्या (सोमवती अमावस्या)
22 फरवरी- फुलैरा दूज
23 फरवरी- विनायक चतुर्थी
24 फरवरी- पंचक समाप्त, माता शबरी जयंती
27 फरवरी- होलाष्टक प्रारंभ
3 मार्च- आमलकी एकादशी, रंगभरी एकादशी
4 मार्च- प्रदोष व्रत, गोविंद द्वादशी
7 मार्च- होलिका दहन
8 मार्च- होलाष्टक समाप्त, होली, फाल्गुन मास समाप्त
फाल्गुन के महाउपाय (Falgun maas vrat tyohar)
फाल्गुन के महीने में भगवान कृष्ण की नियमित पूजा करनी चाहिए. उन्हें पूरे महीने अपने मनपसंद रंग का गुलाल भगवान को अर्पित करना चाहिए. इससे आपके जीवन की हर मनोकामना पूरी हो जाएगी. रोज सुबह स्नान के बाद भगवान श्रीकृष्ण की उपासना करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति हो सकती है. इस माह में स्नान और दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. इसलिए इस पवित्र माह में आप अपनी इच्छानुसार किसी गरीब या जरूरतमंद इंसान को कुछ भी दान कर सकते हैं.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य से पेश की गई है हम इन पर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं. इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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