इन्दौर। फर्जी बीपीएल कार्ड बनाकर सरकार के राशन में सेंध बना रहे परिवारों पर अब नकेल कसेगी। अधिकारी जहां घर-घर जाकर नाम, पता, आयु, आय की जांच करेंगे, वहीं एक एक सदस्य को राशन की दुकान पर आकर पीओएस मशीन पर अंगूठा लगाना होगा।
फर्जी तौर पर बीपीएल कार्ड बनाकर कम कीमत का राशन ले रहे ऐसे परिवार जो राशन का इस्तेमाल न करके ऊंची कीमत पर गरीबों को ही लूट रहे हैं। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग नियंत्रक मीना मालाकार ने बताया कि विभाग अब उन पर नकेल कसेगा। इससे पहले 58 प्रतिशत हितग्राहियों का सत्यापन करके खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने टाप-5 में अपनी जगह बनाई है, लेकिन अब इसी मुहिम को और सख्त बनाया जा रहा है। विभाग के अधिकारी घर-घर जाकर सत्यापन करेंगे। जारी नियमों के अनुसार रियायती दर का राशन ले रहे परिवारों को अपने परिवार के सदस्यों का जहां न केवल सत्यापन करवाना है, बल्कि आने वाले एक सप्ताह में अपात्र एवं अस्तित्वहीन परिवारोंं के नाम भी लिस्ट से गायब हो जाएंगे।
जांच में निकले फर्जी तो नहीं लगेगी अर्जी
विभाग के अधिकारियों के अनुसार यदि दस्तावेजों के अनुसार फर्जी तौर पर बीपीएल कार्ड बनाना पाया गया या तय एड्रेस पर हितग्राही का नाम, पता, आयु गलत पाई गई तो भी बीपीएल कार्ड को होल्ड पर कर दिया जाएगा, जिसके लिए विभाग जमीनी स्तर पर न केवल सत्यापन कर रहा है, बल्कि राशन पर्ची जारी करने के पूर्व पूरी केवाईसी कर रहा है। अपात्र हितग्राहियो ंद्वारा राशन लिया जा रहा है और कालाबाजारी कर रहे दुकानदारों को बेचा जा रहा है तो उनकी कोई सुनवाई नहीं की जाएगी।
परिवार के एक सदस्य का मोबाइल नं. होगा दर्ज
पात्र हितग्राही को उचित मूल्य की दुकान से मिलने वाले राशन की जानकारी एसएमएस के माध्यम से दी जानी है, जिसके लिए एक सदस्य का मोबाइल नं. दर्ज किया जाएगा। दर्ज मोबाइल नं. पर ओटीपी आने के बाद ही राशन दिया जाएगा, जिसके लिए परिवार को पहचान पत्र देना होंगे। यदि उसमें जानकारी गलत हुई तो विभाग न केवल बीपीएल कार्ड निरस्त करेगा, बल्कि कार्रवाई भी की जाएगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved