नई दिल्ली। सोशल मीडिया (Social media) के दौर में जरूरी अपडेट्स हासिल करने बेहद आसान तो हो गया है, लेकिन उचित जानकारी की पहचान करना बेहद मुश्किल हो चला है। इसका ताजा उदाहरण हाल ही में वायरल हो रहा एक फॉर्म (Form going viral) है, जिसे ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (Beti Bachao Beti Padhao)’ के नाम पर भरने के लिए कहा जा रहा है। इतना ही नहीं दावा किया जा रहा है कि लाखों रुपये आर्थिक मदद (Financial assistance worth lakhs of rupees) मिलेगी। हालांकि, जांच में यह दावा झूठा साबित हुआ है।
वायरल दावा
प्रेस इंफर्मेशन ब्यूरो के अनुसार, सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि बेटियों को 2 लाख रुपये दिए जाने की तैयारी हो रही है। वायरल फॉर्म में बताया गया है, ‘प्रधानमंत्री योजना ग्राम सभा शहर के लिए भी है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ। प्रधानमंत्री योजना बेटी बचाओ अभिभावक पंजीकरण फॉर्म (8 वर्ष से 22 वर्ष के लिए)।’ साथ ही फॉर्म में आवेदक का नाम, पिता का नाम, माता का नाम, जन्म तिथि, फोटो, बैंक खाता नंबर समेत कई जानकारियां मांगी गई हैं।
दावा: बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के नाम पर बांटे जा रहे एक फॉर्म में यह दावा किया जा रहा है कि सभी बेटियों को 2 लाख रूपए दिए जाएंगे।
यह फॉर्म फर्जी है
ऐसे किसी भी तरह के फॉर्म का वितरण अवैध है व इस योजना के तहत किसी भी तरह का नगद प्रोत्साहन नहीं दिया जाता है।
सच क्या
PIB ने 23 नवंबर शनिवार की पोस्ट में साफ कर दिया है कि सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा फॉर्म फर्जी है। साथ ही PIB ने कहा, ‘ऐसे किसी भी तरह के फॉर्म का वितरण अवैध है व इस योजना के तहत व इस योजना के तहत किसी भी तरह का नगद प्रोत्साहन नहीं दिया जाता है।’
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