बालाघाट। प्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने बालाघाट प्रवास के दौरान कलेक्ट्रेट में कृषि एवं उससे संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में कृषि विभाग की योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की समीक्षा की और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैठक में आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे, पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन, पूर्व विधायक रमेश भटेरे, कलेक्टर दीपक आर्य, सहायक कलेक्टर दलीप कुमार, उप संचालक कृषि सीआर गौर, सिंचाई विभाग के अधीक्षण यंत्री युवराज वारके, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ पी के अतुलकर, उप संचालक मत्स्योद्योग शशिप्रभा धुर्वे, सहायक संचालक उद्यान सीबी देशमुख, जिला विपणन अधिकारी देवेन्द्र यादव एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कृषि मंत्री पटेल ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि किसानों को अच्छी गुणवत्ता का खाद, बीज एवं दवायें उपलब्ध कराना कृषि विभाग की जिम्मेदारी है। नकली खाद, बीज, दवाओं का व्यापार करने वाले एवं किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाए। ऐसे गलत काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा ना जाये। नकली खाद, बीज, दवाओं का पता लगाने के लिए अधिक से अधिक सेंपलिंग की जाये। नकली खाद, बीज, दवाओं का विक्रय करते पाये जाने पर दुकानदार का लायसेंस निरस्त कर उसके विरूद्ध थाने में एफआईआर दर्ज करायें, चाहे कोई भी व्यक्ति हो, उसे छोड़ना नहीं है। किसानों के साथ धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
कृषि मंत्री पटेल ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों की आय बढ़ाने एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए किसानों के अधिक से अधिक कृषि उत्पादक समूह (एफपीओ) बनाए। जिससे किसान अपने उत्पाद का मूल्य स्वयं निर्धारित कर अधिक लाभ अर्जित कर सकेंगे। उन्होंने अधिक से अधिक किसानों का फसल बीमा कराने के निर्देश भी दिये।
उन्होंने कहा कि कृषि विभाग लघु एवं सीमांत किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ दिलाने के लिए कार्ययोजना तैयार कर रहा है, इसमें लघु एवं सीमांत किसानों के फसल बीमा प्रीमियम की राशि प्रदेश सरकार जमा करेगी। बालाघाट जिले के ऐसे लघु एवं सीमांत किसानों की वास्तविक संख्या की जानकारी शीघ्र एकत्र कर ली जाये। मंत्री पटेल ने जिले की 11 कृषि उपज मंडियों की आय बढ़ाने एवं जिला विपणन अधिकारी से मंडी शुल्क की बकाया राशि शीघ्र प्राप्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने ग्रीष्म कालीन मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी की गति बढ़ाने एवं पंजीकृत सभी किसानों से मूंग की खरीदी करने के निर्देश दिये।
कृषि मंत्री पटेल ने बताया कि बालाघाट जिले के लिए उर्वरक की कमी नहीं होने दी जायेगी। बालाघाट जिले के लिए डीएपी की एक रैक एवं यूरिया की 03 रैक शीघ्र आ रही है। इस उर्वरक का किसानों को समुचित वितरण कराया जाये। किसानों को उर्वरक सुगमता से मिलना चाहिए। बैठक में बताया गया कि बालाघाट जिले में 03 लाख 26 हजार हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में किसानों द्वारा खेती की जाती है। इसमें से 02 लाख 65 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मुख्य रूप से धान की खेती की जाती है। जिले में 02 लाख 75 हजार किसान खेती का कार्य करते हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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