जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक 23 वर्षीय युवक मरीजों का नकली इलाज कराते हुए दबोचा गया। सुरक्षा गार्डों के हत्थे चढ़ा युवक 10वीं पास था और खुद को डॉक्टर बता रहा था लेकिन जब उससे डिग्री मांगी गई तो वह घबरा गया और भागने की कोशिश करने लगा। पकड़े गए युवक का कहना था कि वह डॉक्टर बनना चाहता था लेकिन बन नहीं पाया और इसके बाद डॉक्टर बनकर लोगों को लूटने लगा। मेडिकल सुरक्षा एजेंसी के विकास नायडू ने जानकारी देेते हुए बताया कि बहुत समय से एक युवक पर सुरक्षा गार्ड नजर रखे हुए थे। युवक के चाल-ढाल देखकर कहीं से नहीं लगता था कि वह डॉक्टर है।
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