अयोध्या: रामनगरी अयोध्या में सरकारी रोजगार मेले में फर्जी नौकरी देने का मामला सामने आया है. एक बेरोजगार युवक को सरकारी रोजगार मेले में फर्जी नियुक्ति पत्र दिया गया. यह नियुक्ति पत्र सरकारी रोजगार मेले के अंतर्गत बीजेपी के विधायक रामचंद्र यादव के हाथ एसडीएम रुदौली की मौजूदगी में प्राप्त हुआ और इसका फोटो सेशन भी हुआ. फर्जी नियुक्ति पत्र के एवज में कंपनी ने युवक से 8200 रुपये भी ठग लिए.
जनपद अयोध्या में बेरोजगार युवक के साथ रोजगार के नाम पर बड़ा मजाक हो गया. बेरोजगार युवक को फर्जी नियुक्ति पत्र के बदले में तथाकथित कंपनी ने 8200 रुपये की ठगी भी कर ली. मामला रुदौली विधानसभा क्षेत्र के तहसील परिसर में आयोजित सरकारी रोजगार मेले का है.
जनपद अयोध्या के रुदौली तहसील परिसर में आयोजित सरकारी रोजगार मेला में अधिकारियों के साथ-साथ मुख्य अतिथि के रूप में रुदौली विधानसभा के भारतीय जनता पार्टी के सिटिंग विधायक रामचंद्र यादव भी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. तहसील परिसर में आयोजित सरकारी रोजगार योजना के मंच से रुदौली के विधायक रामचंद्र यादव बेरोजगार युवकों को नियुक्ति पत्र वितरित कर रहे थे. इस पूरे कार्यक्रम में कई युवकों को नियुक्ति पत्र विधायक के द्वारा दिया गया और उसका फोटो सेशन भी हुआ.
जनपद अयोध्या के गोसाईगंज विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले विशाल सोनी का चयन कथित फर्जी कंपनी मैनकाइंड हेल्थ केयर सर्विसेज में डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर हुआ था. नियुक्ति पत्र के लिए उन्हें 21 जून को रुदौली तहसील परिसर में आयोजित सरकारी रोजगार मेले में आमंत्रित भी किया गया था. जहां पर क्षेत्र के विधायक रामचंद्र यादव और एसडीएम साहब के हाथों उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिया गया. जिसका बाकायदा फोटो सेशन भी भी किया गया. नियुक्ति पत्र पाने के बाद विशाल सोनी बेहद प्रसन्न थे. कथित मैनकाइंड हेल्थ केयर सर्विसेज कंपनी के द्वारा उन्हें प्रतिमाह 19000 से लेकर 25000 तक के वेतन का आश्वासन भी दिया गया था.
नियुक्ति पत्र पर अंकित मोबाइल नंबर पर जब दो-तीन दिन के बाद फोन लगाकर संपर्क किया तो उन्हें गोरखपुर में कंपनी में ट्रेनिंग के नाम पर 3200 रुपये की ट्रांजैक्शन करने की बात कही गई. विशाल सोनी ने कंपनी के द्वारा दिए गए खाते में 3200 रुपए ट्रांसफर भी किया। यही नहीं 3200 रुपए ट्रांसफर करने के बाद कंपनी के द्वारा ज्वाइन करने की बात कही गई और उन्हें प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुलाया गया, जहां पर ड्रेस, आईकार्ड और कंपनी की विभिन्न सेवाओं को प्रदान करने के नाम पर सिक्योरिटी मनी के तहत 5000 रुपये और जमा करने की बात कही गई. विशाल सोनी ने दोबारा से कंपनी को 5000 रूपये ट्रांसफर किए.
इसके बाद विशाल सोनी को कुछ शक हुआ तो वे कंपनी को बिना सूचना दिए ही बताए गए पते पर जब लखनऊ पहुंच कर पड़ताल करनी शुरू की और तब उनका माथा ठनक गया. पता चला कि कंपनी के द्वारा दिए गए एड्रेस पर इस नाम का कोई कार्यालय ही नहीं है. अगल-बगल भी खोजबीन करने के बाद जब कंपनी के कार्यालय का कोई पता नहीं चला तब विशाल सोनी ने अपने साथ ठगी की शिकायत एसडीएम रुदौली को लिखित तौर पर दे दी.
मंडल रोजगार कार्यालय के सहायक निदेशक पद्मवीर कृष्ण ने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है. पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. इस बात की जांच करवाई जा रही है कि कथित फर्जी कंपनी मैनकाइंड हेल्थ केयर सर्विसेज का रजिस्ट्रेशन कैसे हुआ? पद्मवीर कृष्ण ने यह भी बताया कि हम लोग रोजगार मेले में प्रतिभाग करने वाले युवक युवतियों को बार-बार यह हिदायत देते हैं कि वह किसी भी कंपनी को नियुक्ति के नाम पर कोई भी धनराशि ना दें. अगर आपसे नियुक्ति के नाम पर किसी भी तरीके से कोई भी पैसे की लेनदेन की बात कही जाती है तो इसकी सूचना तुरंत रोजगार कार्यालय पर दें. मंडल रोजगार कार्यालय के सहायक निदेशक पद्मवीर कृष्ण ने बताया कि विशाल सोनी ने ट्रांजैक्शन से पहले कोई भी सूचना कार्यालय पर नहीं दी. शिकायत मिलने के बाद हम इस पूरे मामले की जांच गहनता से कर रहे हैं.
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