मुंबई। इस समय महाराष्ट्र में विपक्ष और सरकार (Opposition and Government in Maharashtra) के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। एक तरफ जहां विपक्ष को आड़ेहाथो ले रहा तो वहीं सत्ता पक्ष भी घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। हाल ही में भाजपा नेता पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Former Chief Minister Devendra Fadnavis) ने महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे पर पलटवार करते हुए उन्हें ‘मर्सिडीज बेबी’ करार दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ठाकरे ने कभी भी संघर्ष नहीं किया। खास बात है कि शिवसेना नेता ने फडणवीस के उस बयान का मजाक उड़ाया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह 1992 में बाबरी विध्वंस के समय वहां मौजूद थे। ठाकरे ने कथित तौर पर कहा था, फिर तो फडणवीस ने 1857 के विद्रोह में भी भाग लिया होगा।
बता दें कि यहां फडणवीस ने यहां पत्रकारों से कहा कि ‘मुंह में सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए इन ‘मर्सिडीज बेबी’ को कभी कोई संघर्ष नहीं करना पड़ा और न ही उन्होंने कोई संघर्ष देखा। इसलिए वे निश्चित रूप से कारसेवकों के संघर्ष का मजाक उड़ा सकते हैं। हमारे जैसे लाखों कारसेवकों को गर्व है कि जब बाबरी ढांचे को गिराया गया था तब हम वहां थे। मैं व्यक्तिगत रूप से वहां था और उस समय एक नगरसेवक (पार्षद) था।’
वहीं फडणवीस ने कहा, ‘मैं हिंदू हूं, और इसलिए मैं पिछले जन्म और पुनर्जन्म में विश्वास करता हूं। अगर मेरा पिछला जन्म होता, तो मैं 1857 के युद्ध में तात्या टोपे और झांसी की रानी (रानी लक्ष्मीबाई) के साथ विद्गोह में भाग लेता।’ भाजपा नेता ने आदित्य ठाकरे का नाम लिए बिना कहा कि आपने (अपने पिछले जन्म में) अंग्रेज़ों के साथ गठबंधन किया होगा, क्योंकि अब आपने उन लोगों के साथ गठबंधन किया है जो 1857 के युद्ध को स्वतंत्रता संग्राम नहीं मानते।
एक कार्यक्रम में बोलते हुए, फडणवीस ने कहा कि जब वह राम मंदिर आंदोलन के दौरान अयोध्या गए थे तब उनकी उम्र 22 साल थी, न कि 13 वर्ष जैसा कि कुछ लोगों ने उनके बारे में कहा है।