इंदौर। भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर (Indian Institute of Management Indore) की फैकल्टी अब हिंदी भाषा में प्रबंधन (मैनेजमेंट) और नेतृत्व (लीडरशिप) का पाठ पढ़ाने वाली है। इसकी शुरुआत संस्थान ने अपने पहले हिंदी भाषा (Hindi language) में नेतृत्व विकास पाठ्यक्रम (Leadership Development Course) से की है, जो हिंदी में पढ़ाया जाएगा। यह प्रयास सभी के लिए मैनेजमेंट शिक्षा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो पारंपरिक भाषा (traditional language) की बाधाओं को तोड़ेगा और सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के द्वार खोलेगा। इस पाठ्यक्रम के पहले बैच के लिए प्रवेश प्रारंभ हो चुका है। यह प्रोग्राम जनवरी 2024 में शुरू होगा।
इस पाठ्यक्रम के शुरुआत की घोषणा संस्थान के निदेशक प्रो. हिमाँशु राय ने पहली बार 03 अक्टूबर, 2023 को संस्थान के स्थापना दिवस के दौरान की थी। कौशल की कमी को एक प्रमुख चुनौती बताते हुए, उन्होंने कहा, “आईआईएम इंदौर सभी के लिए शिक्षा को सुलभ बनाकर बदलाव लाना चाहता है। हमारे इस पहले हिंदी-भाषा पाठ्यक्रम का उद्देश्य रूढ़िवादिता को तोड़ना और अधिक समावेशी शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देना है।”
हिंदी में प्रबंधन और नेतृत्व विकास कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय भाषा की बाधाओं को समझते हुए लिया गया है जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुंच में रूकावट बनती हैं। इस पहल का उद्देश्य विविध परिदृश्यों के व्यक्तियों की जरूरतों को पूरा करना, भाषाई बाधाओं का समाधान करना और पेशेवर विकास के लिए अधिक समावेशी और समग्र दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है।
प्रो. राय ने कहा, “भाषा कभी भी शिक्षा में बाधा नहीं बननी चाहिए। इस नए हिंदी भाषा में पाठ्यक्रम से, हम न केवल मैनेजमेंट शिक्षा में रूढ़िवादिता को तोड़ रहे हैं बल्कि यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि ज्ञान और कौशल हमारे देश के हर कोने तक पहुंचें। हमारा मानना है कि सच्ची प्रगति सभी के लिए अवसर उत्पन्न करने में निहित है, और हमारा हिंदी-भाषा कार्यक्रम इसी पर आधारित है।”
जनवरी 2024 में शुरू होने वाला 10-दिवसीय कार्यक्रम प्रतिभागियों को विभिन्न व्यावसायिक कार्यों की व्यापक समझ प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है। इसमें नेतृत्व (लीडरशिप), प्रबंधन प्रथाओं (मैनेजमेंट प्रक्टिसेस), मार्केटिंग, वित्तीय लेखांकन (फाइनेंशियल एकाउंटिंग), मानव संसाधन प्रबंधन (ह्युमन रिसोर्स मैनेजमेंट), संचालन प्रबंधन (ऑपरेशन मैनेजमेंट), व्यापार के लिए डिजिटल अनुप्रयोग (डिजिटल एप्लीकेशन फॉर बिज़नेस), उत्पाद रणनीति (प्रोडक्ट मैनेजमेंट), आपूर्ति श्रृंखला और रसद (सप्लाई एवं चैन मैनेजमेंट), संघर्ष प्रबंधन (क्राइसिस मैनेजमेंट), संधिवार्ता (नेगोशिएशन), व्यापार मॉडल (बिज़नेस मॉडल), डिजिटल मार्केटिंग, उद्यमिता (आंत्रप्रेंन्योरशिप), डिजाईन थिंकिंग, हितधारक प्रबंधन (स्टेकहोल्डर मैनेजमेंट), प्रबंधकों के लिए विश्लेषण (एनालिटिक्स फॉर मैनेजर्स), रणनीति निर्माण और निष्पादन (स्ट्रेटेजी फार्मूलेशन एवं एक्सीक्यूशन), और संचार कौशल (कम्युनिकेशन स्किल्स) पर चर्चा की जाएगी।
स्थापना दिवस के दौरान प्रो. राय की घोषणा एक वादा था जिसे पूरा किया गया क्योंकि संस्थान एक शैक्षिक परिदृश्य बनाने की दिशा में सक्रिय रूप से काम करता है जो एक विविध और गतिशील राष्ट्र की जरूरतों के अनुरूप है। “हम उन व्यक्तियों के कौशल को बढ़ाने के लिए तत्पर हैं जो देश में संगठनों की रीढ़ हैं। इस पहले हिंदी-भाषा कार्यक्रम के रूप में, आईआईएम इंदौर व्यक्तियों और संगठनों को इस अवसर को स्वीकार करने के लिए आमंत्रित करता है जिससे सभी के लिए शिक्षा और कार्यस्थल पर एक उज्जवल और अधिक समावेशी भविष्य का निर्माण हो सके।
उन्होंने कहा, हम भविष्य में अन्य भारतीय भाषाओं में भी इसी तरह के पाठ्यक्रमों की पेशकश की योजना बना रहे हैं, जिससे देश भर के लोगों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित हो सके। इस आवासीय पाठ्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को ज्ञान आत्मसात करने और कौशल विकास के लिए अनुकूल वातावरण देना है। इससे वे प्रभावी नेतृत्व के लिए आवश्यक अंतर्दृष्टि प्राप्त करेंगे जिससे सुनिश्चित हो सकेगा कि वे न केवल पेशेवर बल्कि दूरदर्शी प्रबंधक बन सकें और अपने संगठनों को सफलता की ओर ले जाने में सक्षम हों।
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