- शहर के अधिकांश निजी अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़…
इंदौर। कोरोना (Corona) से तो राहत है, मगर उसी की तरह अब अस्पतालों (Hospital) में अतिरिक्त वार्ड और बेड की व्यवस्था करना पड़ रही है, क्योंकि डेंगू, मलेरिया सहित अन्य संक्रामक बीमारियों (infectious diseases) के मरीज बढ़ रहे हैं। शहर के अधिकांश निजी अस्पतालों (Hospital) में ज्यादातर बेड भरे हैं। वहीं एमवाय और चाचा नेहरू अस्पताल (MY and Chacha Nehru Hospital) में भी अतिरिक्त वार्ड और बेड की व्यवस्था की जा रही है। एक और बड़ी परेशानी डेंगू मरीजों (Patient) के इलाज में इसलिए भी आ रही है, क्योंकि जांच रिपोर्ट (Report)दो से तीन दिन में उपलब्ध हो रही है। निजी लैब से लेकर एमजीएम मेडिकल कॉलेज (MGM Medical College) की लैब में भी बड़ी संख्या में जांच के लिए नमूने लिए जा रहे हैं। संभागायुक्त ने इन संक्रामक बीमारियों के इलाज हेतु अस्पतालों में पर्याप्त बेड और सुविधाएं जुटाने के निर्देश भी दिए हैं।
इंदौर (Indore) में कोरोना (Corona) तो लगभग खत्म-सा ही हो गया है। कल रात भी जारी मेडिकल (Medical) बुलेटिन में एक ही मरीज की पुष्टि हुई, लेकिन बीते दो महीने से डेंगू-मलेरिया व अन्य संक्रामक बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग के पास चूंकि सरकारी अस्पतालों के ही आंकड़े आते हैं, जबकि शहर के अधिकांश निजी अस्पताल मरीजों (hospital patients) से भरे पड़े हैं। स्वास्थ्य विभाग लगातार अपील भी कर रहा है कि इन बीमारियों को फैलाने वाले मच्छरों की वृद्धि रोकें। घर व आसपास पानी जमा न होने दें। वहीं मच्छर भगाने वाले साधनों का इस्तेमाल करें और बुखार आने पर तत्काल जांच भी करवाएं। मलेरिया, डेंगू के कारण जहां निजी अस्पतालों में भी बेड उपलब्ध नहीं हैं, वहीं सरकारी अस्पतालों में भी मारामारी चल रही है। इसके चलते संभागायुक्त डॉ. पवनकुमार शर्मा ने एमवाय अस्पताल का दौरा किया और पर्याप्त बेड बढ़ाने के साथ ही अतिरिक्त वार्ड की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए, जिसमें 27 बेड रहेंगे। इसी तरह चाचा नेहरू अस्पताल में भी 10 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की जा रही है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित, एमवाय अस्पताल के अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर सहित अन्य चिकित्सक मौजूद थे।