नई दिल्ली (New Delhi)। वित्त वर्ष 2023-24 (financial year 2023-24) का केंद्रीय बजट (Union Budget) वृद्धि को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। बजट में ईंधन की कीमतों जैसी बाहरी आर्थिक चुनौतियों (External economic challenges like fuel prices) का भी ख्याल रखा गया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने गुरुवार को बजट बाद आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही।
इससे पहले वित्त मंत्री ने दीप जलाकर सभी हितधारकों के साथ बजट के बाद की बातचीत कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस मौके पर वित्त राज्य मंत्री भागवत किशन राव, वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और वित्त सचिव टीवी सोमनाथन भी उपस्थित रहे।
वित्त मंत्री ने हैदराबाद में बजट बाद आयोजित एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्रीय बजट 2023-24 में आम आदमी और कमजोर वर्गों का खासतौर से ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि बजट में कोशिश की गई है कि उनके कारोबार को समर्थन दिया जाए, उनकी शिक्षा को समर्थन दिया जाए। बजट में कौशल बढ़ाने के अवसरों के लिए पर्याप्त प्रावधान भी किया गया है।
सीतारमण ने केंद्रीय बजट को अंतिम रूप देने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि प्राथमिकता वृद्धि की गति को बरकरार रखना है। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना है कि वृद्धि को बनाए रखने के लिए अतिरिक्त उपाय किए जाएं।
उन्होंने आगे कहा कि आर्थिक चुनौतियां आज भी ईंधन और उर्वरक के रूप में सामने हैं। उर्वरक को लेकर यह थोड़ा घट रही है, लेकिन यह हमारे लिए बाहरी कारक है। हमें अपनी सीमा के बाहर किसी भी अप्रत्याशित घटना के लिए तैयार रहना चाहिए। (एजेंसी, हि.स.)
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