नई दिल्ली । विदेश मंत्री (External Affairs Minister) एस. जयशंकर (S. Jaishankar) द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए (To Promote Bilateral Relations) 2019 में कार्यभार संभालने के बाद (After Taking Charge in 2019) पहली बार (For the First Time) उत्तर और दक्षिण अमेरिका (North and South America) का दौरा करेंगे (To Visit) । आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जयशंकर 21-23 अप्रैल गुयाना, पनामा (24-25 अप्रैल), कोलंबिया (25-27 अप्रैल) और डोमिनिकन गणराज्य (27-29 अप्रैल) की आधिकारिक यात्रा करेंगे।
गुयाना में वह नेतृत्व से मुलाकात करेंगे और कई मंत्रियों से बातचीत करेंगे। जयशंकर अपने समकक्ष ह्यूग हिल्टन टॉड के साथ एक संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता भी करेंगे, जिसके दौरान दोनों देशों के बीच सभी मुद्दों पर चर्चा होगी। गुयाना की यात्रा भारत-सीओएफसीओआर (काउंसिल ऑन फॉरेन एंड कम्युनिटी रिलेशंस), 15 सदस्यीय कैरेबियन समुदाय का एक समूह (सीएआरआईसीओएम) फॉर्मेट में विदेश मंत्रियों की बैठक का अवसर भी होगा और भाग लेने वाले मंत्री द्विपक्षीय बैठकों का आयोजन करेंगे।
पनामा में जयशंकर की मेजबानी उनके समकक्ष जनैना तेवने मेंकोमो करेंगे। यात्रा के दौरान, भारत-एसआईसीए विदेश मंत्रिस्तरीय बैठक भी बुलाई जाएगी, जिसमें वह आठ देशों के मध्य अमेरिकी एकीकरण प्रणाली (एसआईसीए) के प्रतिनिधियों से मिलेंगे। जयशंकर की कोलंबिया यात्रा देश में विदेश मंत्री स्तर की पहली यात्रा होगी। उनका सरकार, व्यापार और नागरिक समाज के कई शीर्ष प्रतिनिधियों से मिलने का कार्यक्रम है। कोलंबिया के विदेश मंत्री अल्वारो लेवा डुरान और जयशंकर द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे।
1999 में राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से डोमिनिकन गणराज्य की यात्रा भारत की ओर से उच्चतम स्तर की यात्रा है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जयशंकर की यात्रा 2022 में सेंटो डोमिंगो में भारत के निवासी दूतावास की स्थापना के बाद हो रही है। देश के राजनीतिक नेतृत्व से मिलने के अलावा विदेश मंत्री अपने समकक्ष रॉबर्ट अल्वारेज के साथ चर्चा करेंगे। दोनों नेता औपचारिक रूप से भारतीय निवासी मिशन का उद्घाटन भी करेंगे। जयशंकर के डोमिनिकन गणराज्य के विदेश मंत्रालय को भी संबोधित करने की उम्मीद है।
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