नई दिल्ली। देश के विशेष आर्थिक क्षेत्र से निर्यात 2023-24 में सालाना आधार पर 4.10 फीसदी बढ़कर 163.69 अरब डॉलर पहुंच गया। हालांकि, इस अवधि में देश के कुल निर्यात में तीन फीसदी से अधिक गिरावट दर्ज की गई। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, सेज से 2022-23 में 157.24 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था। 2021-22 में यह आंकड़ा 133 अरब डॉलर रहा था।
मंत्रालय के मुताबिक, सेज से जिन देशों को सर्वाधिक निर्यात किया गया, उनमें संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर शामिल हैं। विशेष आर्थिक क्षेत्र प्रमुख निर्यात केंद्र हैं, जिन्होंने पिछले वित्त वर्ष में देश के कुल निर्यात में एक-तिहाई से अधिक का योगदान दिया।
परिचालन वाले सबसे अधिक विशेष आर्थिक क्षेत्र कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, गुजरात, केरल और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में है। इन क्षेत्र की इकाइयों को तैयार माल पर वर्तमान में शुल्क के भुगतान पर डीटीए (घरेलू शुल्क क्षेत्र) में अपने उत्पाद बेचने की अनुमति है।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, विशेष आर्थिक क्षेत्रों में 31 दिसंबर, 2023 तक 6.92 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया गया है। इससे कुल 30.70 लाख लोगों को रोजगार मिला है। सरकार ने ऐसे 423 विशेष आर्थिक क्षेत्र को मंजूरी दी है। इनमें से 280 इस साल 31 मार्च तक चालू हो चुके हैं। 31 दिसंबर, 2023 तक सेज में 5,711 स्वीकृत इकाइयां थीं।
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