नई दिल्ली. ओडिशा में लोकसभा (Lok Sabha) के साथ ही विधानसभा (Assembly) चुनाव हुए थे. राज्य की 147 विधानसभा सीटों को लेकर जो लड़ाई है, बताया है कि वह टाई (tied) हो सकती है. असल में यहां बीजेपी (BJP) और बीजद (BJD) को बराबर सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. एग्जिट पोल के आंकड़ों की मानें तो जहां BJP को 42 फीसदी वोट शेयर हासिल हो रहे हैं तो वहीं BJD को भी 42% वोट शेयर ही मिल रहे हैं. सर्वे के मुताबिक, BJD और BJP दोनों को 62 से 80 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.
बीजेपी का 10 फीसदी वोट शेयर बढ़ा
Odisha का एग्जिट पोल सामने आ गया है. इसमें जहां BJP को 42 फीसदी वोट शेयर हासिल हुए हैं तो वहीं BJD को भी 42% वोट शेयर मिले हैं. कांग्रेस को 12 फीसदी और अन्य को 4 फीसदी वोट शेयर मिले हैं. इस लिहाज से देखें तो बीजेपी का 10 फीसदी वोट शेयर पिछली बार के मुकाबले बढ़ा है, तो वहीं बीजेडी के वोट शेयर में 3 फीसदी की गिरावट आई है. कांग्रेस ने भी पिछली बार के मुताबिक 4 फीसदी की गिरावट दर्ज की है.
कांग्रेस को सिर्फ 5-8 सीटें मिलने का अनुमान
एग्जिट पोल की मानें तो BJD और BJP दोनों को 62 से 80 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. वहीं, कांग्रेस को 5-8 सीटें मिलने का अनुमान है. बता दें कि ओडिशा विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 74 सीटों का है. सर्वे में अन्य को 0 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. वोट शेयर की बात करें तो BJP को 42 फीसदी वोट शेयर हासिल हुए हैं तो वहीं BJD को भी 42% वोट शेयर मिले हैं.
राज्य में 13 फीसदी लोग चाहते हैं बदलाव, 6 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी के लिए की वोटिंग
ओडिशा के एग्जिट पोल को देखें तो ये सामने आया है कि राज्य के 13 प्रतिशत लोगों को बदलाव चाहिए. इसलिए उन्होंने इस आधार पर वोटिंग की है. वहीं, केंद्र के बढ़िया कार्यों को देखते हुए वोटिंग करने वालों का प्रतिशत 12 फीसदी है. विकास की चाहत पर भी 12 प्रतिशत लोगों ने वोटिंग की है. पीएम मोदी के आधार पर वोटिंग करने वाले 6 फीसदी हैं.
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से किसे कितना वोट शेयर?
ओडिशा में विधानसभा चुनावों में हुए वोट शेयर को भौगोलिक आधार पर देखें तो सर्वे ये कहता है कि बीजेपी का 42 फीसदी वोट शेयर ग्रामीण क्षेत्रों से है तो वहीं शहरी इलाको में 40 फीसदी वोट शेयर है. कांग्रेस को ग्रामीण इलाके से 12 फीसदी वोट शेयर, शहरी इलाके से 11फीसदी वोट शेयर मिला है. इस मामले में भी बीजेडी की स्थिति कमोबेश भाजपा के आस-पास ही है. बीजेडी को ग्रामीण इलाके से 42 फीसदी वोट शेयर और शहरी इलाकों से 44 फीसदी वोट शेयर हासिल हुए हैं.
लिंग आधारित वोट शेयर कितना, देखिए एग्जिट पोल
सर्वे के मुताबिक बीजेपी को 43 फीसदी पुरुष मतदाताओं और 41 फीसदी महिला मतदाताओं ने वोट दिए हैं. कांग्रेस को 13 फीसदी पुरुष वोटों के मिलने का अनुमान है तो 11 फीसदी महिलाओं के वोट भी कांग्रेस को हिस्से में आ सकते हैं. अनुमान है कि 40 फीसदी पुरुषों के वोट बीजद के हिस्से आ सकते हैं तो वही 44 फीसदी महिलाओं के वोट भी बीजद को मिल सकते हैं.
उम्र भी है एक आधार, किस वर्ग ने किसे किया वोट?
सर्वे में एक बात और सामने आई है कि बीजेपी को 42 फीसदी नवयुवा (18-15 उम्र वर्ग) ने वोट किया है तो 43 फीसदी वोट 26 से 35 आयु वर्ग के लोगों ने दिया है. ऐसा अनुमान है. इसी तरह अनुमान है कि 36 से 50 आयु वर्ग के 41 फीसदी लोगों ने भी बीजेपी को वोट किया है और 39 फीसदी बुजुर्ग लोगों ने भी बीजेपी को ही चुना है. कांग्रेस के सिर्फ 14 फीसदी नवयुवा (18-25) 13 फीसदी वोट 26-35, 11 फीसदी वोट 36 से 50 उम्र के लोग और 13 फीसदी बुजुर्गों ने वोट किया है. बीजेडी को भी 40 फीसदी 18 से 25 उम्र के लोगों ने चुना है.
जातिगत आधार पर सामने आए ये आंकड़े
ओडिशा में खंडायत जाति से 39 फीसदी वोट बीजेपी को मिले हैं तो जनरल से 48 फीसदी वोट मिले हैं. कांग्रेस को खंडायत से 9 फीसदी वोट मिले हैं. जनरल से कांग्रेस को 7 फीसदी वोट मिले हैं. अनुमान है कि खंडायत समुदाय से सबसे अधिक वोट बीजेडी के हिस्सा यानी फीसदी हैं, इसमें 1 फीसदी की गिरावट भी है. 41 फीसदी जनरल लोगों ने ही बीजेडी को पसंद किया है.
शैक्षणिक आधार पर भी देखें वोट शेयर
सर्वे में अनुमान लगाया गया है कि बीजेपी को प्रोफेशनल डिग्रीधारी 42 फीसदी लोगों के वोट मिलेंगे, तो वहीं ग्रेजुएट 44फीसदी लोगों को वोट हासिल होंगे. दसवीं पास 42 फीसदी लोगों ने भी बीजेपी को ही चुना है और इसके बाद जो निरक्षर हैं, उनके 38 फीसदी वोट बीजेपी को मिलने जा रहे हैं. ओडिशा में बीजद को प्रोफेशनल डिग्री वाले 36 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं. चालीस फीसदी वोट ग्रेजुएट से मिल रहे हैं. दसवीं पास 43 फीसदी लोगों के वोट और निरक्षर 42 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. कांग्रेस को प्रोफेशनल डिग्रीधारी लोगों से 15 फीसदी वोट, ग्रेजुएट लोगों से 12 फीसदी वोट, दसवीं पास से भी 12 फीसदी वोट और 16 फीसदी निरक्षर लोगों से कांग्रेस को वोट मिलने के आसार हैं.
व्यवसाय के आधार पर किस वर्ग ने किस पार्टी को किया पसंद
बीजेपी को छोटे दुकानदारों से 46 फीसदी वोट हासिल हुए हैं. वहीं इस वर्ग से कांग्रेस को सिर्फ 11 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है, लेकिन बीजद को इसी वर्ग से 40 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. किसानों की बात करें तो 44 फीसदी किसान बीजेपी के साथ, 12 फीसदी किसान कांग्रेस के साथ, और 40 फीसदी किसान बीजेडी के साथ हैं. लेबर क्लास की बात करें तो उनका 40 फीसदी वोट बीजेपी को मिल रहा है तो 14 फीसदी वोट कांग्रेस को और 42 फीसदी वोट बीजेडी के हाथ आ रहा है. बेरोजगार वर्ग में भी 38 फीसदी लोगों ने बीजेपी को वोट किया है, 15 फीसदी ने कांग्रेस को और 40 फीसदी ने बीजेडी को वोट किया है.
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