नागदा। बुधवार को हुई मतगणना और भाजपा के स्पष्ट बहुमत के जनता के फैसले ने इसके अलावा भी क्षेत्र के राजनैतिक भविष्य के भी कई संकेत दे दिए है। 22 पार्षदों के साथ स्पष्ट बहुमत ने भाजपा अध्यक्ष बनना तय कर दिया है। अध्यक्ष के रूप में संतोष ओपी गेहलोत का चुना जाना भी लगभग तय ही है। गौरतलब है कि ओपी गेहलोत को लम्बा राजनैतिक अनुभव है तथा वे कर्नाटक राज्यपाल थावरचंद गेहलोत के भतीजे भी है। इसके अतिरिक्त अजा वर्ग के लिए आरक्षित अध्यक्ष पद की इस सीट के लिए भाजपा में सिर्फ एक नाम और है उषा सिसौदिया जो वार्ड एक से निर्वाचित हुई है। राज्य सरकार द्वारा गजट नोटिफिकेशन के बाद नपा का पहला सम्मेलन आहूत होगा जिसमें अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव पार्षद करेंगे। एसडीएम आशुतोष गोस्वामी ने बताया गजट नोटिफिकेशन के बाद ही पहले सम्मेलन का कार्यक्रम तय होगा।
बागियों को दिखाया आइना
जनता ने इस बार दोनों ही पार्टी के बगावत कर मैदान में उतरे उम्मीदवारों को पूरी तरह से नकार दिया है। किसी भी पार्टी का बगावती उम्मीदवार जीत का मुँह नहीं देख पाया। सबसे अधिक बगावत भाजपा में हुई बावजूद अधिकांश अपनी जमानत तक नहीं बचा पाएँ। एक मात्र निर्दलीय सोहल आजम चुनाव जीता जो किसी पार्टी से सम्बंधित नहीं है।
युवाओं को दिया मौका
शहर की जनता ने युवाओं पर पूरा विश्वास जताया। यहाँ भाजपा का फार्मूला पूरी तरह सफल रहा। मतदाताओं का विश्वास अर्जित करने वाले सफल युवाओं में गौरव यादव, विशाल गुर्जर, सोहेल आजम, शिवा पोरवाल, सीमा राणावत, अनीता मीणा, अंतिम मावर, महेंद्र चौहान, प्रकाश जैन, शैलेंद्र यादव, संदीप चौधरी, मेघा धवन, साहिल शर्मा, गोलू यादव, गौरी साहनी आदि है।
सबसे बड़ी व छोटी जीत
वार्ड 35 के युवा भाजपा प्रत्याशी सुमित गोलू यादव ने 891 मतों के अंतर से शहर में सबसे बड़ी जीत हासिल की, वहीं वार्ड 19 में जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुबोध स्वामी मात्र एक वोट से चुनाव हार गए। यहाँ भाजपा के युवा महेंद्र सिंह चौहान ने जीत दर्ज की।
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