भाजपा ने वरिष्ठ नेताओं को सौंपी शक्ति केन्द्र प्रभारियों की जवाबदारी
इंदौर। भाजपा (BJP) अब वार्ड प्रबंधन (Ward Management) के बाद शक्ति केन्द्र प्रबंधन (Shakti Kendra Management) पर उतर रही है। इसको लेकर अलग-अलग क्षेत्र के वरिष्ठ नेताओं को एक-एक शक्ति केन्द्र का प्रभारी बनाया गया है। उनसे कहा गया है कि शक्ति केन्द्र (Shakti Kendra) में जिन पांच पदाधिकारियों की नियुक्ति की जाना है, उसमें से जो काम नहीं करता है तो उसे बाहर कर दिया जाए।
कल भाजपा कार्यालय (BJP Office) पर इंदौर शहर के सभी 336 शक्ति केन्द्र प्रभारियों की बैठक रखी गई थी, जिसमें नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने शक्ति केन्द्र पर क्या करना है, उसके कामों की जानकारी दी। इसके बाद अब मंडल स्तर और बाद में शक्ति केन्द्र स्तर पर 23 फरवरी से वर्कशॉप आयोजित कर स्थानीय टोलियों को ट्रेनिंग दी जाना है। इसके लिए अलग-अलग क्षेत्र के नेताओं को दूसरे शक्ति केन्द्र पर प्रभारी के रूप में तैनात किया गया है। ये सभी शक्ति केन्द्र पर जाकर 5 लोगों की टोली की बैठक लेंगे। कार्यशाला के पहले प्रभारियों से कहा गया है कि जो शक्ति केन्द्र में काम करना चाहते हैं और अपना समय पार्टी को दें, ऐसे ही कार्यकर्ताओं को टोली में शामिल करें, नहीं तो उन्हें बाहर कर दें। इसके अलावा प्रभारी को उस क्षेत्र में जाकर अपने बूथों को ए, बी और सी श्रेणी में विभाजित करना होगा। इससे मजबूत और कमजोर बूथ शामिल होंगे। शक्ति केन्द्र प्रभारी की जवाबदारी रहेगी कि वह उस केन्द्र के अंतर्गत रहने वाले जनप्रतिनिधि जिनमें सांसद, विधायक, पार्षद या अन्य कोई जनप्रतिनिधि है, उससे लगातार संपर्क करें, वहीं इस महीने के अंत में होने वाली प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात को एक बूथ पर रहकर सुने।
जानकारी संगठन एप पर अपलोड करना अनिवार्य
संगठन के स्पष्ट आदेश है कि सभी को संगठन एप डाउनलोड करना अनिवार्य होगा और उसका अनिवार्य रूप से उपयोग करना होगा। जो भी टीम बनाई जाएगी, उनके नाम भी संगठन एप में रहेंगे, ताकि किसी पदाधिकारी को जानकारी लेना हो तो वह ले सकें। शक्ति केन्द्र संबंधी किसी भी प्रकार की गतिविधि को संगठन एप पर ही डाउनलोड करना है। इसके पहले भी संगठन एप को पार्टी की गतिविधि में उपयोग किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
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