भोपाल। मप्र सरकार के वित्त मंत्रालय ने आईएफएमआईएस सॉफ्टवेयर में बड़ा अपडेट किया है। जिसमें तहत अब शासकीय सेवकों केा वेतन खातों की जगह आधार से मिलेगा। साथ ही कर्मचारियों के कितने पद हैं और कौन कर्मचारी कहां काम कर रहा है। इसकी जानकारी एक क्लिक पर मिलेगी। आईएफएमआईएस सॉफ्टवेयर में ‘नवीन’ सुविधा से कर्मचारियों के वेतन में किए जाने वाले हेरफेर की संभावना पूरी तरह से खत्म हो गई है। अब एक कर्मचारी दो-दो वेतन नहीं ले पाएगा।
आयुक्त कोष एवं लेखा ज्ञानेश्वर पाटिल ने आईएफएमआईएस सॉफ्टवेयर में ‘नवीन’ थीम पर आईएफएमआईएस सॉफ्टवेयर में दो नई सुविधाएँ विकसित की गई हैं। पहली सुविधा नवीन भुगतान प्रणाली विकसित की है, वहीं दूसरी में समस्त कार्यालयों में लोकल ऑफिस एवं पदों की मेपिंग का कार्य किया जा रहा है। आहरण एवं संवितरण अधिकारियों तथा शासकीय सेवकों को इन दोनों सुविधाओं से अवगत कराने प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में 126 आहरण एवं संवितरण अधिकारी शामिल हुए।
आधार से जमा होगा वेतन
राज्य शासन के आई.एफ.एम.आई.एस सॉफ्टवेयर में पूर्व में ्रष्ष्शह्वठ्ठह्ल आधारित भुगतान किया जाता रहा है। आयुक्त कोष एवं लेखा ज्ञानेश्वर पाटिल द्वारा इस सॉफ्टवेयर को अत्याधुनिक बनाने के क्रम में सॉफ्टवेयर में अकाउंट आधारित भुगतान के अतिरिक्त आधार आधारित भुगतान प्रणाली विकसित की गई है, जिसमें लाभान्वित के खाते में आधार के माध्यम से जल्दी भुगतान किया जा सकेगा। साथ ही पेमेंट फेल होने की संभावना बहुत कम हो जायेगी। वहीं दूसरी ओर सॉफ्टवेयर में लॉकल ऑफिस एवं पदों की मेपिंग से शासकीय सेवकों की जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकेगी। साथ ही उनके स्थानांतरण भी ऑनलाईन किए जा सकेंगे।
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