- कोविड की चुनौतियों के बाद भी अधोसरंचना कार्यो की गति नहीं हुई कम
भोपाल। कोविड की चुनौतियों के बाद भी पश्चिम मध्य रेल ने अपने अधोसरंचना कार्यो की गति को कम नहीं किया है। ट्रेक की क्षमता बढ़ाने के लिए भोपाल-इटारसी रेलखण्ड पर तीसरी लाइन के निर्माण कार्य की रफ्तार बढ़ा दी गई है। इधर तीसरी लाइन के निर्माण कार्य में हबीबगंज-बरखेड़ा (41.42 किमी), बरखेड़ा-बुदनी (26.5 किमी) एवं बुदनी-इटारसी (25 किमी) का कार्य रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा किया जा रहा है। दरअसल हबीबगंज से बरखेड़ा और बुदनी से इटारसी के मध्य तीसरी लाइन का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है तथा बरखेड़ा से बुदनी का निर्माण कार्य प्रगतिशील है।
बरखेड़ा से बुदनी घाट सेक्शन में 05 सुरंगें, 13 प्रमुख पुल 49 छोटे पुल है। 16 मार्च को टनल-4 की 140 मीटर का उत्खनन निर्माण कार्य पूरा हो गया। इसमें 2500 मीटर की वक्रता में तीव्र गोलाई का काम किया गया। इस टनल का निर्माण कार्य को पिछले नौ महीने में किया जा रहा है। रेलवे ने इस काम को पूरा करने में सभी सुरक्षा मानदंडों का ध्यान में रखा, इसी वजह से इसमें ऐसी कोई दुर्घटनाएं नहीं हुई, जिससे जनमाल की हानि हो। चौथी टनल की खुदाई 70 साल से अधिक पुरानी मौजूदा चौका सुरंग के बहुत करीब से की गई है। दोनों सुरंगों के बीच दीवार से दीवार की दूरी लगभग 3 मीटर है। मौजूदा सुरंग के मरम्मत के बाद नई सुरंग की खुदाई में टनलिंग के लिए नई पद्धति तैयार की गई और वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) रुड़की से प्रमाण की जांच की गई। इस निर्माणाधीन कार्य में बरखेड़ा से बुदनी (घाट सेक्शन) तीसरी लाइन के कार्य में 05 टनलों का निर्माण किया जा रहा है। यह क्षेत्र इको सेंसटिव जोन के अंतर्गत आता है इसलिए यहां का निर्माण कार्य बहुत ही गंभीरतापूर्वक किया जा रहा है ताकि वन्यजीवों का संतुलन बना रहे। बरखेड़ा से बुदनी तीसरी लाइन के निर्माण कार्य के बीच 05 टनलों जो कि इस सेक्शन के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से में से एक है। इनके निर्माण कार्य में तेजी आयी है।