मुंबई। भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर मेहमान न्यूजीलैंड टीम के खिलाफ सीरीज हार के लिए केवल बल्लेबाजों को जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहते। उनका कहना है कि हर खिलाड़ी की टीम के प्रति जिम्मेदारी है। 26 अक्तूबर को पुणे में दूसरा टेस्ट 113 रनों से हारने के बाद भारत 12 साल में घरेलू मैदान पर अपनी पहली टेस्ट सीरीज हार गया। मेजबान टीम बेंगलुरु में पहला टेस्ट आठ विकेट से हार गई थी। चार में से तीन पारियों में टीम का कुल योग 46, 156 और 245 था। इस दौरान भारतीय बल्लेबाजों को स्विंग और स्पिन दोनों के खिलाफ संघर्ष करना पड़ा था।
गंभीर ने शुक्रवार से मुंबई में होने वाले तीसरे टेस्ट से पहले गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हर किसी की जिम्मेदारी है, मैं यह नहीं कह सकता कि सिर्फ बल्लेबाजों ने हमें निराश किया है।’ उन्होंने अंतिम टेस्ट के लिए नए खिलाड़ियों को मौका देने से भी इनकार कर दिया। गंभीर ने हर्षित राणा के डेब्यू की अटकलों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ‘हम ऐसी स्थिति में नहीं हैं जहां उन खिलाड़ियों को मौका देने के बारे में सोच सकें जो नहीं खेले हैं। हर्षित राणा टीम का हिस्सा नहीं हैं। वह सिर्फ ऑस्ट्रेलिया दौरे की तैयारी के लिए यहां आए हैं। अभिषेक (नायर) ने यह स्पष्ट कर दिया था। आईपीएल रिटेंशन के बारे में बात करने की कोई जरूरत नहीं है, हमारे पास यहां एक टेस्ट मैच है। हर कोई चयन के लिए उपलब्ध है, हम शुक्रवार को फैसला करेंगे।’
गंभीर ने स्वीकार किया कि टेस्ट सीरीज में हार से टीम को दुख हुआ, लेकिन उन्होंने कहा कि इससे टीम को भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘मैं इस बात पर जोर नहीं दूंगा कि हमें कितना दुख हो रहा है। निराश होना चाहिए और इससे हम बेहतर हो जाएंगे। इस स्थिति में रहने में क्या गलत है?’ गंभीर ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि यह युवाओं को बेहतर क्रिकेटर बनने के लिए प्रेरित करेगा। अगर हमारे पास कानपुर जैसे परिणाम हैं, तो ऐसे भी परिणाम हो सकते हैं और इससे हम आगे बढ़ते रहेंगे।’
उन्होंने कहा कि बल्लेबाजों को खेल की परिस्थितियों के अनुरूप ढलने और उसके अनुसार प्रदर्शन करने में सक्षम होना चाहिए। गंभीर ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट को टेस्ट क्रिकेट की तरह ही खेला जाना चाहिए। अगर हमें एक दिन के खेल में 400 रन बनाने हैं तो हमें इसे हासिल करने में सक्षम होना चाहिए। मेरे लिए यह सत्र खेलने के बारे में भी है। अगर हम 4.5 सत्र खेलते हैं तो हमारे पास बोर्ड पर काफी रन होंगे।
उन्होंने कहा, ‘एक संपूर्ण क्रिकेटर वह है जो सफलतापूर्वक परिस्थिति के मुताबिक ढल सकता है। वह न केवल बड़े हिट लगाने में सक्षम हो बल्कि सफलतापूर्वक स्ट्राइक रोटेट करने में भी सक्षम हो।’ टी20 क्रिकेट से प्रभावित होने वाली बल्लेबाजों की रक्षात्मक तकनीक के बारे में बात करते हुए गंभीर ने कहा, ‘जितना अधिक टी20 क्रिकेट (दुनिया भर में) खेला जाएगा, उतना ही अधिक लोग डिफेंस करने में संघर्ष करेंगे। लेकिन इसके बावजूद सबसे सफल खिलाड़ियों के पास हमेशा मजबूत डिफेंस होता है। हमें लोगों को डिफेंस के महत्व को बताते रहने की जरूरत है और हम इस पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं और हम भविष्य में परिणाम देखेंगे।’
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