नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष व पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि दर्शकों को स्टेडियम में लाने के लिए हर श्रृंखला में एक दिन-रात्रि टेस्ट मैच का आयोजन किया जाना चाहिए।
गांगुली को ‘प्रिंस ऑफ कोलकाता’ के रूप में भी जाना जाता है, जिन्होंने पिछले साल भारत-बांग्लादेश के बीच ईडन गार्डन्स में दिन-रात्रि मैच का आयोजन कराया था, इस मैच को देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी थी।
बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के साथ एक बातचीत में गांगुली ने कहा, “मुझे लगता है कि हर श्रृंखला में एक दिन-रात का टेस्ट मैच का आयोजन किया जाना महत्वपूर्ण है क्योंकि क्रिकेट को हर किसी की जरूरत है। हमने कोलकाता में गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच खेला और मुझे नहीं लगता कि यह सामान्य भारत- बांग्लादेश टेस्ट मैच था।”
गांगुली ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि यह मैच पांच दिनों तक चला होता, तो दर्शकों की रिकॉर्ड उपस्थिति होती, क्योंकि केवल तीन दिनों में हम 3,50,000 लोगों को मैदान में लाने में कामयाब रहे।”
बता दें कि जब से गांगुली ने बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला है, वह खेल में कुछ नवीनता लाने के लिए मुखर रहे हैं। भारतीय टीम ने जो पहला डे-नाइट टेस्ट मैच खेला है वो उन्हीं की देन हैं, क्योंकि उन्होंने खुद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड से इसकी इजाजत ली थी। यहां तक कि इस साल के आखिर में प्रस्तावित ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भी भारतीय टीम पिंक टेस्ट खेलेगी।
पिछले साल आईसीसी ने कहा था कि वे सबसे लंबे प्रारूप में कुछ बदलाव लाना चाहते हैं और शीर्ष निकाय ने चार दिवसीय टेस्ट मैचों की कोशिश करने का सुझाव दिया था। गांगुली ने कहा है कि वह इस विशेष विचार के प्रशंसक नहीं हैं।
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि जीवन के हर पहलू में इनोवेशन महत्वपूर्ण है। मैं चार दिवसीय टेस्ट का बहुत बड़ा प्रशंसक नहीं हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि बहुत सारे मैच चार दिन में खत्म नहीं होंगे। आपके पास पांच दिन हैं, आप इसे अलग तरीके से देखते हैं। मुझे नहीं लगता कि टेस्ट प्रारूप के साथ छेड़छाड़ करने की कोई जरूरत है। मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट सबसे अच्छा और कठिन प्रारूप है।” (एजेंसी, हि.स.)
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