इंदौर (Indore)। साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हालांकि अब पुलिस ठगी के शिकार लोगों के करोड़ों रुपए बचाने में भी सफल हो रही है। इस साल 10 माह में पुलिस ने ठगी के शिकार लोगों के सवा 9 करोड़ रुपए वापस करवाए हैं, जो अब तक का रिकार्ड है। बैंक अधिकारी, सैन्य अधिकारी, डिजिटल अरेस्ट, ओएलएक्स, शेयर और क्रिप्टो में निवेश, बिजली कनेक्शन काटने, आयकर अधिकारी बनकर साइबर ठग लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और फिर उनसे लाखों की ठगी करते हैं। ये नए-नए तरीके निकालकर लोगों को शिकार बना रहे हैं। हालांकि अब पुलिस ठगी के शिकार लोगों के करोड़ों रुपए बचाने में भी सफल हो रही है।
पुलिस जहां लगातार स्कूल-कॉलेजों में साइबर पाठशाला लगाकर लोगों को जागरूक कर रही है, वहीं तुरंत शिकायत करने वालों को राहत भी मिल रही है। पुलिस तुरंत ठगी का पैसा जिस खाते में गया है उसको ब्लॉक करवाकर लोगों का पैसा रिफंड करवा रही है। एडीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि अक्टूबर माह में क्राइम ब्रांच ने ठगी के शिकार लोगों के एक करोड़ 98 लाख रुपए वापस करवाए हैं, जबकि जनवरी से सितंबर तक क्राइम ब्रांच 7 करोड़ 28 लाख रुपए वापस करवा चुकी है। कुल 10 माह में क्राइम ब्रांच ने ठगी के शिकार लोगों के 9 करोड़ 26 लाख रुपए वापस करवाए हैं। हालांकि पुलिस सूत्रों का कहना है कि इंदौरियों की इससे दो से तीन गुना राशि ठग हजम कर रहे हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved