इंदौर। शहर (Indore) में कुछ सालों से एक नया ट्रेंड देखने में आ रहा है। हर माह (Every month) चार से पांच ( four to five) गाडिय़ां (vehicle) जलाने (burning) या फोडऩे (breaking) की घटनाएं हो रही हैं। पुलिस लाख प्रयास के बाद भी इस पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। फिर एक घटना बाणगंगा क्षेत्र में सामने आई है।
बाणगंगा थाना क्षेत्र के भागीरथपुरा में कल घर के बाहर खड़ी बाइक में आग लगा दी गई, जिसमें पास में खड़ी गाडिय़ां भी जल गईं। इस मामले में पुलिस ने कृष्णा निवासी भागीरथपुरा की रिपोर्ट पर केस दर्ज किया है। ज्ञात रहे कि शहर में लगातार ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। पॉश कॉलोनियों में कारों के कांच फोडऩे की तो बस्तियों में गाडिय़ां जलाने की घटनाएं ज्यादा हो रही हैं। इसके पीछे अब तक देखने में आया है कि ज्यादातर मामलों में रंजिश के चलते ऐसी घटनाएं होती हैं। वहीं कार के कांच फोडऩे के मामले में पुलिस ने जब भी आरोपी पकड़े तो पता चला कि शराब के नशे में सिरफिरे युवक ऐसी हरकत करते हैं। वहीं कुछ मामलों में देखने में आया है कि संवेदनशील क्षेत्र में तनाव बढ़ाने के लिए गाडिय़ां जलाने की घटनाएं होती हैं, लेकिन लाख प्रयास के बाद भी पुलिस इन पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। हर माह शहर में ऐसी चार से पांच घटनाएं सामने आ रही हैं।