इन्दौर। प्रदेश की सबसे बड़ी चोइथराम मंडी में इन दिनों हर तरह की सब्जियां आने से उनके दाम जमीन पर आ गए हैं। मंडी में आवक के मुकाबले कम खरीदारी होने से यहां के व्यापारियों में निराशा देखी जा रही है।
आमतौर पर दीपावली के बाद शादी-ब्याह का मौसम शुरू हो जाता है, जिसके चलते मंडी में व्यापारियों को अच्छा खासा लाभ सब्जियों से होता है। चूंकि अभी कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते शादी-ब्याह में मेहमानों की संख्या सीमित कर दी गई है और रात्रि में अधिकांश प्रीतिभोज भी बंद हो गए हैं, ऐसे में हर वर्ष दिसम्बर माह में जो सब्जियों की बिक्री होती है, उसमें भारी कमी आई है। अभी स्थिति यह है कि मंडी में मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ से हर तरह की सब्जियों की भरपूर आवक हो रही है, मगर इनकी खरीदारी बिलकुल नाममात्र की हो रही है। मंडी के थोक सब्जी व्यवसायी आनंद भिलवारे, गौरव चौहान के अनुसार मालवा-निमाड़ से बटले की आवक भारी होने के कारण इसके दाम गिर गए हैं। पांच से छह दिन पहले जो बटला 50 से 60 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा था, वह आज 20 से 25 रुपए प्रतिकिलो में भी लोग खरीदने को तैयार नहीं हुए। इसी तरह अच्छी क्वालिटी का बड़ा और लाल टमाटर, जो 800 से 1000 रुपए प्रति कैरेट था, वह 400 से 500 रुपए प्रति कैरेट बिका। अन्य सब्जियों के दाम में भी भारी गिरावट जारी है, जिससे किसानों के साथ व्यापारियों को भी घाटा सहना पड़ रहा है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved