शोभा ओझा के घर बनी रणनीति… काउंटिंग में जाएंगे कांग्रेसी
इंदौर। भाजपा (BJP) की तरह ही कांग्रेस (Congress) ने भी मतगणना (counting) वाले दिन के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है। निर्दलीय प्रत्याशी (Independent candidates) के एजेंट के बतौर कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता नेहरू स्टेडियम (Nehru Stadium) जाएंगे, जबकि बड़े नेताओं को विधानसभा की जवाबदारी दी गई है। वे स्टेडियम के बाहर रहकर ही निगाह रखेंगे।
कल कांग्रेस नेत्री शोभा ओझा के घर कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक हुई। कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम के पलटी खाने और प्रत्याशी नहीं होने के बाद ओझा का घर ही एक तरह से कांगे्रेस कार्यालय बन गया और वहीं रोज बड़े नेताओं की मीटिंग हो रही थी और रणनीति तैयार की जा रही थी। कल हुई बैठक में ओझा के अलावा पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, अश्विन जोशी भी शामिल हुए। बैठक में तय हुआ कि चुनाव के दौरान जिस तरह से कांग्रेस ने लोगों से नोटा का बटन दबाने की अपील की थी, उसका कितना असर पड़ा है इसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मतगणना में भेजा जाएगा। इसके लिए निर्दलीय प्रत्याशियों का सहारा लिया गया है। उनके एजेंट के रूप में कांग्रेस के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता नेहरू स्टेडियम में जाएंगे। वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि हमें काउंटिंग पर विशेष निगाह रखना है और किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर उस पर आपत्ति भी लेना है। इसके साथ ही विधानसभा स्तर पर भी प्रभारियों के रूप में बड़े नेताओं की नियुक्ति की गई है। 1 नंबर विधानसभा में दीपू यादव, 2 नंबर में चिंटू चौकसे, 3 नंबर में पिंटू जोशी, 4 में सुरजीतसिंह चड्ढा, 5 नंबर में सत्यनाराण पटेल, देपालपुर में मोतीसिंह पटेल और सांवेर में रीना बौरासी को प्रभारी बनाया गया है। राऊ विधानसभा में नाम आना बाकी है, जो प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की ओर से आएगा। हालांकि कांग्रेस के पास मतगणना में करने को कुछ है नहीं, लेकिन वह अपनी उपस्थिति बताकर यह जताना चाहती है कि भले ही उसके प्रत्याशी ने मैदान छोड़ दिया था, लेकिन कांग्रेस के नेता आखिर तक डटे रहे।