इन्दौर। नगर निगम का अमला वैक्सीनेशन महाभियान (Vaccination Campaign) में जुटा था। इसी के चलते अन्य कार्य नहीं हो पाए, जिसके कारण सीएम हेल्प लाइन(CM Help Line) की शिकायतों (Complaints) का अंबार लग गया। 3500 से ज्यादा शिकायतें (Complaints) पेंडिंग होने पर भोपाल के अफसरों ने इन्दौर के अधिकारियों को फटकार लगाई तो बड़े अफसरों ने निगम अधिकारियों को तीन दिनों में शिकायतों (Complaints) का निराकरण करने का अल्टीमेटम दिया।
पहले कोरोना प्रोटोकाल (Corona Protocol) का पालन कराने से लेकर बिना मास्क घूमने वालों के साथ-साथ दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन कराने के लिए पूरा अमला जुटा हुआ था। इसके बाद वैक्सीनेशन (Vaccination) के महाभियान (Campaign) में झोनल स्तर से लेकर मुख्यालय तक के कर्मचारी, बाबू से लेकर अफसरों तक की ड्यूटी लगा दी गई थी। इसी के चलते निगम के कई कार्य पेंडिंग रह गए, जिनमें पौधारोपण (Plantation), नदियों के आसपास हिस्से संवारने के काम, अवैध निर्माण (Illegal Construction) तोडऩे के मामले और कुलकर्णी भट्टा से कई परिवारों को शिफ्ट कराने के मामले भी अटके पड़े हैं। अब पूरा अमला महावैक्सीनेशन अभियान (Plantation) को पूरा करने में जुटा है। इसी बीच सीएम हेल्प लाइन (CM Help Line) की शिकायतों (Complaints) का अंबार बढऩे लगा और यह आंकड़ा 3500 के आसपास पहुंच गया था। इस पर कल नगर निगम (Nagar Nigam) के अपर आयुक्त देवेंद्रसिंह (Additional Commissioner Devendra Singh) ने सभी झोनल अधिकारियों और निगम के अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि तीन दिनों में सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों का निराकरण किया जाए। इस मामले में लापरवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ अन्य कार्रवाई की जा सकती है।
ड्रेनेज चोक और गंदे पानी की सर्वाधिक शिकायतें
नगर निगम के 19 झोनों के अंतर्गत आने वाले 85 वार्डों में सर्वाधिक शिकायतें ड्रेनेज लाइन चोक होने की आती हैं। इसके साथ-साथ कई जगह नलों में गंदा पानी आने और कॉलोनियों में पानी नहीं आने की शिकायतें रहती हैं। इसके बाद पेड़ों के खतरनाक हिस्सों से लेकर जन्म-मृत्यु पंजीयन प्रमाण पत्र (Birth-Death Registration Certificate) कार्यालय की भी शिकायतें सर्वाधिक आती हैं।
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