भोपाल। मप्र में मौसम पल पल में बदल रहा है। मानसून विदाई से पहले प्रदेश को तर कर रहा है। प्रदेश के कई जिलों में बारिश की बौछारें गिर रही है। मौसम विभाग की मानें तो उड़ीसा के तट पर बने सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इस वजह से पूर्वी मध्य प्रदेश में बरसात हो रही है। शुक्रवार से पश्चिमी मध्य प्रदेश के भोपाल, होशंगाबाद संभाग के कुछ क्षेत्रों में भी बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। शेष स्थानों पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना बनी रहेगी।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि अक्टूबर का महीना शुरु हो गया है, बावजूद इसके मौसम में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। प्रदेश के कई जिलों में बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, हालांकि बौछारों के बीच हल्की ठंड ने भी दस्तक दे दी है। मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी में बने ऊपरी हवा के चक्रवात के असर से पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश हो रही है।पिछले चौबीस घंटे में मंडला, मलाजखंड, बैतूल और छिंदवाड़ा समेत कई जिलों में बारिश हुई, वही अगले चौबीस घंटे में मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 4 संभागों और आधा दर्जन जिलों में बारिश की संभावना जताई है।
मप्र के इन जिलों में फिर बारिश की संभावना, यहां जमकर बरसा पानी
मौसम विभाग के अनुसार, उड़ीसा के तट पर बने सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इस वजह से पूर्वी मध्य प्रदेश में बरसात हो रही है। शुक्रवार से पश्चिमी मध्य प्रदेश के भोपाल, होशंगाबाद संभाग के कुछ क्षेत्रों में भी बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। शेष स्थानों पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना बनी रहेगी।
इन जिलों में गरज-चमक के साथ बौछार के आसार शहडोल, रीवा, जबलपुर, होशंगाबाद सभांग के जिलों में, खंडवा और देवास जिले में।
इन जिलों में गरज के साथ बिजली चमकने की संभावना होशंगबाद, शहडोल संभागों के जिलों, सिवनी, मंडला, बालाघाट जिलों में (हि.स.)