नई दिल्ली (New Delhi)। हाल में अमेरिका (US) सहित कई देशों में चीन के जासूसी गुब्बारों (China’s spy balloons) ने चीन की पोल खोल दी तो वहीं अब नई खबर और सामने आ रही है। खबर यह है कि चीनी गुब्बारे (China’s spy balloons) ने अमेरिका (US) ही नहीं, बल्कि भारत में भी चीन ने अपने जासूसी गुब्बारे को भेजा था। वह भी तब जब भारतीय सेना के तीनों विंग एक साथ मिलिट्री ड्रिल कर रहे थे। अब इसको लेकर कई तरह के दावे भी शुरू हो गए हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि शनिवार को ही ऐसे ही एक संदिग्ध जासूसी गुब्बारे को अमेरिका ने मार गिराया था। अमेरिका ने फाइटर जेट F-22 की मदद से दक्षिण कैरोलिना के तट पर गुब्बारे को मार गिराया था। इसका एक वीडियो भी सामने आया था।
चिंता की बात यह है कि जिस वक्त ये गुब्बारा अंडमान के आसमान में दिखाई दिया था, उस वक्त यानी दिसंबर 2021 के आखिरी हफ्ते में भारतीय सेना के तीनों विंग यानी आर्मी, एयरफोर्स और नौसेना का एक साथ ड्रिल चल रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तब स्थानीय लोगों ने आसमान में गुब्बारे दिखने पर कौतूहल जताया था लेकिन किसी को इसकी भनक नहीं लग सकी थी कि यह जासूसी गुब्बारा हो सकता है। जब अमेरिका ने इस तरह के गुब्बारे को ढेर कर दिया, तब फिर से अंडमान के आसमान में मंडराए गुब्बारे की बात तेजी से फैल रही है।
अमेरिकी खुफिया अधिकारियों का कहना है कि गुब्बारा, जिसके बारे में चीन का कहना है कि वह एक मौसम अनुसंधान पोत है, मूलत: द्वीपीय प्रांत हैनान से चलाए जा रहे एक व्यापक चीनी निगरानी कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसने हाल के वर्षों में कम से कम पांच महाद्वीपों में गुब्बारे उड़ाए हैं। अन्य सरकारों ने भी गुब्बारों पर चिंता जताई है। अमेरिका के ऊपर गुब्बारे को देखे जाने के तुरंत बाद, ताइवान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस घटना को सभ्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। ताइवान ने कहा कि उसने भी सितंबर 2021 में और फिर फरवरी 2022 में चीनी गुब्बारों को अपने क्षेत्र में उड़ते हुए देखा था।
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