नई दिल्ली। चीन के साथ सीमा विवाद की शुरुआत के साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने में लगे हुए हैं। सोमवार को एक बार फिर उन्होंने अपनी वीडियो सीरीज के अगले भाग के जरिए सरकार को घेरा और कहा कि वह चीन की घुसपैठ पर झूठ नहीं बोलने वाले हैं, चाहे उनका राजनीतिक जीवन ही क्यों न खत्म हो जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि चीनी सैनिकों की भारतीय सीमा में घुसपैठ को नकारने और इस विषय पर झूठ बोलने वाले देशभक्त नहीं हैं।
उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा, ‘एक भारतीय होने के नाते मेरी पहली प्राथमिकता देश और इसकी जनता है। उन लोगों के बारे में आपका क्या ख्याल है जो कहते हैं कि प्रधानमंत्री से चीन पर आपके सवाल भारत को कमजोर कर रहे हैं ? यह एकदम साफ है कि चीनी हमारे इलाके में घुस गए हैं। यह बात मुझे परेशान करती है। इससे मेरा खून खौलने लगता है कि कैसे एक दूसरा देश हमारे इलाके में घुस आया?’
The Chinese have occupied Indian land.
Hiding the truth and allowing them to take it is anti-national.
Bringing it to people’s attention is patriotic. pic.twitter.com/H37UZaFk1x
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 27, 2020
कांग्रेस नेता ने कहा कि अब आप एक राजनीतिज्ञ के तौर पर चाहते हैं कि मैं चुप रहूं और अपने लोगों से झूठ बोलूं तो ऐसा नहीं होने वाला है। मैंने उपग्रह की तस्वीरें देखी हैं, मैंने पूर्व सैन्यकर्मियों से बात की है। अगर आप चाहते हैं कि मैं झूठ बोलूं कि चीनी इस देश में नहीं घुसे हैं तो मैं झूठ नहीं बोलने वाला। स्पष्ट कर दूं कि मैं ऐसा नहीं करने वाला। चाहे मेरा पूरा भविष्य डूब जाए लेकिन मैं झूठ नहीं बोल सकता।
चीन की घुसपैठ के मुद्दे को पिछले कई हफ्तों से उठा रहे राहुल गांधी ने दावा किया, ‘मेरा मानना है कि वो लोग जो चीनियों के हमारे देश में घुसने के बारे में झूठ बोल रहे वही लोग राष्ट्रवादी नहीं हैं। मेरे ख्याल में जो लोग झूठ बोल रहे और कह रहे हैं कि चीनी भारत में नहीं घुसे हैं, वो देशभक्त नहीं हैं।’
उन्होंने कहा कि इसलिए स्पष्ट कह दूं कि मैं चिंता नहीं करता, चाहे इसका राजनीतिक मूल्य भी चुकाना पड़े। मैं चिंता नहीं करता चाहे मेरा राजनीतिक जीवन पूरी तरह खत्म हो जाए। जहां तक भारतीय क्षेत्र का संबंध है, मैं इस बारे में केवल सच बोलूंगा। गौरतलब है कि लद्दाख में एलएसी पर पिछले कई हफ्तों से तनाव बना हुआ है। दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है और चीन ने अपने सैनिकों को पीछे हटाने पर सहमति जताई थी, हालांकि खबरों में कहा गया है कि कुछ इलाकों में गतिरोध की स्थिति अब भी बनी हुई है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved