– दूसरे वार्ड के वोटर डाल गए मत, पहचान पत्र ही नहीं देखे अधिकारियों ने
– छपाई में देरी और गलतियां पड़ रहीं भारी, पार्षद और महापौर चुनाव पर भी आशंका के बादल
इंदौर। चुनाव के पहले निर्वाचन विभाग द्वारा दी गई ट्रेनिंग नाकाफी साबित हो रही है। महू की हरनियाखेड़ी पंचायत में हुई गड़बड़ी और छपाई की लेटलतीफी, मतपत्रों की गड़बडिय़ां चुनाव पर भारी पड़ रही हैं। अधिकारियों पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने मतदाताओं के पहचान पत्र ही नहीं देखे।
महू की हरनियाखेड़ी पंचायत के वार्ड 16 में वार्ड 14 और 15 के मतदाता वोट डाल गए। 87 वोट डाले जाने के बाद अधिकारियों को होश आया। वहीं मांगलिया ग्राम पंचायत में मतदान के लिए बांटे गए मतपत्र में एक प्रत्याशी का नाम और चुनाव चिह्न ही गायब था। चुनाव के दौरान बवाल मचने के बाद मतपत्रों की फिर से छपाई कराई गई और दूसरे मतपत्र भिजवाए गए। इन दो घटनाओं ने चुनाव के लिए निर्वाचन विभाग द्वारा दी जा रही ट्रेनिंग पर भी सवालिया निशान लगा दिए हैं कि आखिर अधिकारियों से मतदाता पहचान पत्र के मिलान जैसी महत्वपूर्ण जानकारी से चूकने की गलती कैसे हो सकती है। पंचायत निर्वाचन में ये विसंगतियां मिलने से पार्षद और महापौर चुनाव के लिए अधिकारी शंका के घेरे में है। 25 जून को पंच, सरपंच, जनपद, जिला पंचायत सदस्य के लिए चुनाव हुए थे, जिसमें 76.43 फीसदी मतदान हुआ था।
मतदान के फोटो भी खींचे
गड़बडिय़ों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मतदाता बूथों के अंदर मोबाइल ले गए और उनकी चैकिंग तक नहीं की गई। ग्रामीण सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वोट डालने के बाद मतदाता अपने द्वारा डाले गए वोट के फोटो भी खींचकर ले गए।
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