इंदौर। शहर की हृदय स्थल राजबाड़ा पर ट्रैफिक सुधार के लिए कल महापौर पुष्यमित्र भार्गव नए विधायक गोलू शुक्ला सहित अन्य नेता-अफसरों को लेकर सडक़ पर उतरे। उन्होंने यहां व्यापारियों को फुटपाथ पर अतिक्रमण हटाने की समझाइश दी। जब वे दौरा कर रहे थे, तभी यहां खड़ी सिटी बसों को देख उन्होंने एआईसीटीएसएल के सीईओ मनोज पाठक से भी कहा कि यहां सिटी बसों का संचालन व्यवस्थित किया जाए। एक साथ इतनी बसें खड़ी होने से यातायात बाधित होता है, लेकिन शायद महापौर की इन बातों को व्यापारियों के अलावा अधिकारियों ने भी गंभीरता से नहीं लिया। आज सुबह से राजबाड़ा पर सिटी बसों का अवैध अड्डा देखा जा सकता है।
राजबाड़ा चौक पर एक साथ तीन से चार बसें खड़ी हो जाने से यहां का यातायात सांस तक नहीं ले पाता है। महापौर ने कल ही कहा था कि एक साथ इतनी बसों को यहां खड़ा ना किया जाए, लेकिन ये बसें राजबाड़ा पर अतिक्रमण करते हुए इसे अवैध पार्किंग बना चुकी हैं। शहर में ऐसा कोई प्रमुख स्थल नहीं है, जहां एक साथ इतनी बसें खड़ी होती हों, लेकिन राजबाड़ा पर पूरे समय बसों की पार्किंग बनी रहती हैं। बसें यहां खड़े होकर अलग-अलग रूट्स के लिए सवारियां का इंतजार करती हैं और सवारियों से भर जाने के बाद ही आगे बढ़ती हैं। शहर में ऐसा नजारा और सिटी बसों का ऐसा अतिक्रमण और कहीं भी नहीं देखा जा सकता है। महापौर ने कहा था कि यहां एक समय में एक बस खड़ी रहे और सवारियां बैठाने के बाद तुरंत आगे बढ़ जाए, लेकिन सुबह भी यहां लाइन से तीन बसें पार्किंग की तरह खड़ी रहीं और ये नजारा यहां सुबह से रात तक आम है।
पहले अपनी बसों का अतिक्रमण हटाएं महापौर
आसपास के व्यापारियों को कल महापौर ने समझाइश देते हुए कहा कि वे खुद दुकानों के बाहर रखा अपना सामान हटा लें, अन्यथा बाद में निगम की रिमूवल टीम सामान को जब्त कर लेगी। महापौर की इस मिठी धमकी के बाद व्यापारी सामान हटाते नजर आए, लेकिन सिटी बसों को लेकर सभी व्यापारियों ने कहा कि महापौर खुद सिटी बसों का संचालन करने वाले एआईसिटीएसएल के बोर्ड के अध्यक्ष हैं, पहले वे यहां से सिटी बसों का अतिक्रमण हटवाएं और ना हटाए जाने पर बसों को जब्त करके दिखाएं फिर व्यापारियों को कार्रवाई की धमकी दें।
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