उज्जैन। आज से लगभग 10 महीने पहले उज्जैन के औद्योगिक पिछड़ेपन को दूर करने और औद्योगिक विकास करने के दावे के साथ इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया था जिसमें कई उद्योगपतियों ने उज्जैन में अपनी इकाईयाँ शुरु करने की इच्छा जताई थी। लगभग आधा दर्जन उद्योगों के स्थापित होने का काम इस साल मार्च के महीने में शुरु होना था लेकिन अभी तक एक भी इकाई डलने की शुरुआत नहीं हो पाई है। गत वर्ष जुलाई के महीने में बृहस्पति भवन में आयोजित इन्वेस्टर्स मीट में उज्जैन के औद्योगिक विकास में इन्वेस्ट करने की इच्छा कई उद्योगपतियों ने जाहिर की थी। इस दौरान शासन की ओर से भी उद्योगपतियों को भरोसा दिलाया गया कि वे बिना किसी झिझक के अपना उद्योग उज्जैन में लगाये, उनकी हर तरह से मदद की जायेगी। खासकर छोटे उद्योगों को प्रोत्साहन देते हुए उन्हें जमीन का आवंटन प्राथमिकता से किया जायेगा। इन्वेस्टर्स मीट में प्रदेश सरकार के मंत्री से लेकर सांसद और विधायक के अलावा प्रमुख सचिव उद्योग संजय शुक्ला भी मौजूद थे। जिन्होंने उद्योगपतियों से उनकी हर कठिनाईयों को दूर करने और उद्योग स्थापित करने में सहयोग की बात कही थी। इन्वेस्टर्स मीट में लगभग 22 उद्योगपति निवेशकर्ता शामिल हुए थे। अधिकारियों ने उद्योगपतियों को जानकारी दी थी कि उज्जैन में उद्योग के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध है। विक्रम उद्योगपुरी व ताजपुर में उद्योगों के लिये विकसित प्लाट उपलब्ध हैं तथा उद्योगपति चाहें तो अविकसित भूमि भी उन्हें आवंटित की जा सकेगी।
इस साल मार्च में शुरु होनी थी गारमेंट्स इकाई
उक्त बैठक के बाद मुख्य शिवराज सिंह चौहान सोयाबीन प्लांट की जमीन पर अत्याधुनिक होजयरी वस्त्र निर्माण इकाई का भूमिपूजन करने भी पहुँचे थे। सोयाबीन प्लांट की जमीन पर यूनिट का निर्माण बेस्ट कॉर्पोरेशन कंपनी द्वारा किया जाना था। यहां पर एक हजार गारमेंट मेन्युफेक्चरिंग मशीनों का प्लांट लगाए जाने की योजना थी। इस प्लांट के लगने से चार हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलने का दावा किया गया था। उस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा था कि अत्याधुनिक होजयरी वस्त्र निर्माण की ये इकाई अगले साल 31 मार्च 2022 तक काम करना शुरु कर देगी। इसे भी अब दो महीने बीत गए हैं लेकिन भूमिपूजन के बाद से यहाँ कोई काम नहीं हो पाया।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved