ब्रसेल्स। रूस में विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी को जेल भेजे जाने के खिलाफ देश पर नए प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर यूरोपीय संघ (ईयू) के विदेश मंत्री सोमवार को विचार करेंगे। ईयू के मंत्री रूस के संभावित अधिकारियों के नामों पर विचार करेंगे। इसके साथ ही 27 देशों का समूह इस बारे में भी विचार करेगा कि मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए उन अधिकारियों के खिलाफ नये तरीके अपनाए जाएं या फिर उन्हें व्यक्तिगत तौर पर दंडित किया जाए।
हालांकि ऐसा प्रतीत होता है कि वे नवलनी के अनुरोध पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी अधिकारियों पर प्रतिबंध नहीं लगाएंगे। यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेफ बोरेल ने कहा, ‘यह साफ है कि रूस का यूरोपीय संघ के साथ टकराव है।’ उन्होंने कहा, ‘नवलनी के मामले में रूस ने साफ तौर पर अपनी संलिप्तता मानने से इनकार किया है। साथ ही उसने मानवाधिकारों पर यूरोपीय अदालत के फैसलों को भी मानने से इनकार किया है।’
दूसरी ओर, जर्मनी के विदेश मंत्री हीको मास ने कहा कि वह ऐसे व्यक्तियों की सूची तैयार कर उन पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में हैं। इससे पहले रूस की एक अदालत ने जर्मनी में उपचार के दौरान परीवीक्षा पर चल रहे नवलनी को नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में दो साल आठ महीने जेल की सजा सुनायी। यूरोपीय मानवाधिकार अदालत ने इसे गैरकानूनी बताया है। नवलनी की गिरफ्तारी और जेल के विरोध में समूचे रूस में प्रदर्शन हुए।
उल्लेखनीय है कि भ्रष्टाचार रोधी अधिकारी और पुतिन के मुखर आलोचक नवलनी (44) को पिछले महीने जर्मनी से मास्को लौटने पर गिरफ्तार किया गया। उन्हें नर्व एजेंट जहर दिया गया था जिसके इलाज के लिए वह पांच महीने जर्मनी में थे। इसके लिए उन्होंने राष्ट्रपति कार्यालय पर आरोप लगाया था। हालांकि रूसी अधिकारियों ने उनके इस आरोप का खंडन किया है। किसी भी तरह के प्रतिबंध पर अंतिम फैसला मार्च में ईयू नेताओं की बैठक में होगा।
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