लिस्बन। दक्षिणी यूरोप के देश इन दिनों भीषण गर्मी से परेशान हैं तो एशिया बाढ़ से जूझ रहा है। स्पेन, यूनान और फ्रांस जंगलों की आग से जूझ रहे हैं। यहां बढ़ते तापमान के कारण हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इधर, एशिया में भारत, बांग्लादेश और चीन बाढ़ का सामना कर रहे हैं। यहां बाढ़ के कारण हजारों लोगों को जान गंवानी पड़ी है।
स्पेन में जंगल की आग पर हेलिकॉप्टरों से पानी की बौछारें की जा रही हैं, लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों के कारण अग्निशमन कर्मियों का काम आसान नहीं है। राष्ट्रीय मौसम एजेंसी एईएमईटी ने तापमान 42 डिग्री से ऊपर रहने की भविष्यवाणी की थी। स्पेन में करीब एक सप्ताह से तापमान 45.7 डिग्री सेल्सियस है।
उधर, फ्रांस में जंगलों की आग अब 27,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैल चुकी है। इसके कारण 14 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा है। आग पर काबू पाने के लिए 1200 कर्मचारियों को लगाया गया है। पुर्तगाल में अग्निशमन कर्मी पांच जंगलों में लगी आग पर काबू पाने में जुटे हैं।
पुर्तगाल के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि गर्मी के कारण पिछले सात दिन में 659 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें ज्यादातर बुजुर्ग थे। सबसे ज्यादा 440 मौतें मंगलवार को हुईं, जब तापमान 40 (कुछ इलाकों में 47) डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। पुर्तगाल के 96 फीसदी इलाकों में सूखे के हालात हैं।
यूनान में शनिवार को 71 स्थानों पर आग लगी। इन पर काबू पाया जाता कि तेज हवा के कारण लपटों ने भयावह रूप धारण कर लिया। ब्रिटेन में पहली बार सोमवार को लू चलने और भीषण गर्मी की चेतावनी जारी की जा चुकी है। अनुमान है कि तापमान रिकॉर्ड तोड़ 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है।
चीन में बाढ़ से 12 और मरे
बीजिंग। चीन के सिचुआन प्रांत में बाढ़ के कारण छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 अन्य लापता हैं। शनिवार से अब तक 1300 लोगों को बाढ़ के कारण निकाला जा चुका है। गनसू प्रांत में भी छह लोगों की मौत हुई, जबकि तीन हजार को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
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