ब्रुसेल्स। यूरोपीय संघ ने गुरुवार को सदस्यता के लिए यूक्रेन को आधिकारिक तौर पर उम्मीदवार का दर्जा दे दिया। इससे पहले ईयू के नेता उनके संगठन में शामिल करने के लिए यूक्रेन को उम्मीदवार का दर्ज देने के लिए तैयार हो गए थे। उधर, रूस-यूक्रेन युद्ध के 120वें दिन रूसी सेना ने पूर्वी यूक्रेन के दो गांवों पर कब्जा कर लिया है। अब रूस एक प्रमुख राजमार्ग पर कब्जा कर रसद आपूर्ति को काटकर अग्रिम पंक्ति के कुछ यूक्रेनी सैनिकों को घेरना चाहता है।
यूरोपीय संघ की पूर्ण सदस्यता के लिए एक लंबे व अप्रत्याशित सफर के लिए यह पहला कदम बढ़ा लिया गया है। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यूक्रेनी सैनिकों को लिसिचंस्क शहर के नजदीक कुछ क्षेत्रों से पीछे हटा लिया गया है ताकि घेराबंदी की आशंका टाली जा सके। यहां पर रूसी सैनिक भारी गोलाबारी कर रहे हैं।
उधर यूक्रेनी थलसेना प्रमुख ने कहा कि रूसी सैनिकों ने लोसकुतीवका और राई-ओलेक्सांद्रीवका गांवों पर कब्जा क र लिया है। वे अब सेवेरोदोनेस्क के बाहर सारोटाइन पर कब्जे की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी तरफ, ब्रुसेल्स से संकेत हैं कि यूक्रेन का ईयू सदस्यता के लिए दावेदार बनना अब तय सा हो चुका है।
सर्वसम्मति से होगा यूक्रेन के पक्ष में अनुमोदन
ब्रुसेल्स में होने वाले शिखर सम्मेलन से पहले नाम उजागर नहीं करने की शर्त के साथ यूरोपीय संघ के कई राजनयिकों ने कहा कि यूक्रेन के पक्ष में सर्वसम्मत अनुमोदन होगा जो चर्चा शुरू करने के लिए जरूरी है। ईयू के 27 राष्ट्र रूसी हमले के खिलाफ यूक्रेन के प्रतिरोध का समर्थन करने, मॉस्को के खिलाफ अभूतपूर्व आर्थिक प्रतिबंधों को स्वीकार करने में एकजुट हैं।
गैस आपूर्ति ‘संकट’ का सामना कर रहा जर्मनी
जर्मनी ने प्राकृतिक गैस की आपूर्ति के लिए त्रिस्तरीय आपात योजना के दूसरे चरण में पहुंचने की घोषणा की और चेतावनी है कि रूस की तरफ से कम होती आपूर्ति के चलते सर्दी के लिए भंडारण लक्ष्यों को लेकर खतरा पैदा हो गया है। सरकार ने कहा कि 14 जून से रूस की ओर से आपूर्ति में कटौती और बाजार में गैस के दामों में उछाल के चलते उसे ‘चिंताजनक’ स्तर की चेतावनी जारी करनी पड़ी है। तीसरा व अंतिम चरण ‘आपात’ स्तर कहा जाएगा। आर्थिक मामलों के मंत्री रॉबर्ट हेबेक ने हालात गंभीर बताए।
भारतवंशियों ने यूक्रेनियों के प्रति एकजुटता जताई
भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों के एक समूह ने यूक्रेन के लोगों के प्रति एकजुटता जताई है। संगठन ‘अमेरिकी हिंदू कोलीशन’ ने भारत-अमेरिका सुरक्षा परिषद के साथ मिलकर संसद भवन इमारत में यूक्रेन नरसंहार के खिलाफ भारतीय-अमेरिकी नागरिक कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें रूस से यूक्रेन में आम लोगों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को तत्काल रोकने की अपील की गई। सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने भारत-अमेरिकी रिश्तों पर जोर दिया।
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